Move to Jagran APP

भगवान श्रीराम के जन्म लेते ही देवता पहुंच गए अयोध्या

नगर के महुवरिया स्थित बीएलजे इंटर कालेज के मैदान पर आयोजित श्रीराम कथा के पांचवे दिन के प्रसंग की चर्चा व्यासपीठ से दिलीप कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि भगवान श्रीराम के जन्म लेने पर सभी देवी देवता अयोध्या में जा पहुंचे। कैलाश पर्वत के डोलने पर भोलेनाथ की तंद्रा टूटी। भोलेनाथ भी बेचैन हो उठे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Nov 2019 08:31 PM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 06:27 AM (IST)
भगवान श्रीराम के जन्म लेते 
ही देवता पहुंच गए अयोध्या
भगवान श्रीराम के जन्म लेते ही देवता पहुंच गए अयोध्या

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : नगर के महुवरिया स्थित बीएलजे इंटर कालेज के मैदान पर आयोजित श्रीराम कथा के पांचवे दिन के प्रसंग की चर्चा व्यासपीठ से दिलीप कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि भगवान श्रीराम के जन्म लेने पर सभी देवी देवता अयोध्या में जा पहुंचे। कैलाश पर्वत के डोलने पर भोलेनाथ की तंद्रा टूटी। भोलेनाथ भी बेचैन हो उठे। 

loksabha election banner

कथावाचक ने कहा कि भगवान राम के जन्म लेते ही महादेव कैलाश पर्वत छोड़कर नीलगिरी पर्वत पर पहुंचे। वह काकभुशुण्डि को चेला बनने पर राजी कर अयोध्या नगरी पहुंच गए। वहा सघन पहरा होने के कारण अंदर प्रवेश करने के महादेव गुरु बने और काकभुशुण्डि को चेला पहनाकर नजर झारने वाले बनकर रघुकुल नंदन के पास पहुंचे। वहा उन्होंने नजर झारने के साथ ही लल्ला को गोद में लेकर उनका भाग्य बांचा। द्वार पर महादेव के पहुंचने पर लल्ला रोने लगे। नजर उतारने वाले को अंदर लाया गया। भोलेनाथ का दर्शन कर श्रीराम खिल खिलाकर हंस पड़े। उन्होंने कहा कि जब भगवान राम वनवास गये तो वह 21 वर्ष की आयु उम्र पूरी कर 22 वें वर्ष में प्रवेश किया था। जब कर दूषण की बहन का नाक काटा तो दोनों भाई अपनी 14 हजार सैनिकों की सेना लेकर आ गये। रघुकुल नंदन श्रीराम के सुन्दर स्वरुप देख कर कहा कि वैसे तो मैंने अनेक हत्याएं की हैं पर ऐसी सुंदरता नहीं देखा है। भगवान के प्रति जैसी भावना होती है फल भी वैसा ही फल भी मिलता है। कथा के दौरान आलोक अग्रवाल, राजेश चौरसिया, संजय अग्रवाल, महेंद्र जायसवाल, अनिल बरनवाल, मौजी दूबे, मालती त्रिपाठी, राजकुमारी खत्री आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.