सूनीं गलियां, सड़कें सूनी, गांव-गांव चर्चाओं का दौर
लाक डाउन के दूसरे दिन सुबह आम लोगों की चिता सामने आने लगी। ग्रामीण क्षेत्र में दूर से ही लोग एक दूसरे का हाल जानते नजर आए। साथ ही आने वाले दिन कैसे कटेंगे इसकी चिता करते दिखाई दिए। कुछ दुकानें खुली रहीं मेडिकल शाप भी खुले। कुछ लोग बाहर निकले लेकिन उन्हें समझा बु़झाकर वापस भेजा गया। पुलिस की सक्रियता पहले दिन से कम दिखी और जगह-जगह पुलिसकर्मी मोबाइल पर गेम खेलते दिखाई दिए।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : लाक डाउन के दूसरे दिन सुबह आम लोगों की चिता सामने आने लगी। ग्रामीण क्षेत्र में दूर से ही लोग एक दूसरे का हाल जानते नजर आए। साथ ही आने वाले दिन कैसे कटेंगे इसकी चिता करते दिखाई दिए। कुछ दुकानें खुली रहीं, मेडिकल शाप भी खुले। कुछ लोग बाहर निकले लेकिन उन्हें समझा बु़झाकर वापस भेजा गया। पुलिस की सक्रियता पहले दिन से कम दिखी और जगह-जगह पुलिसकर्मी मोबाइल पर गेम खेलते दिखाई दिए।
प्रधानमंत्री के आह्वान पर लाक डाउन को लोग गंभीरता से ले रहे हैं। हालांकि कुछ स्थानों पर इसे न मानने वाले भी दिख रहे हैं जिन्हें पुलिस समझा रही है। दूसरे दिन के हालात भी सामान्य रहे और जगह-जगह चेकिग का दौर जारी रहा। शहर क्षेत्र की गलियां, सड़कें, गंगा घाट, कचहरी परिसर, तहसील, विभिन्न तिराहों व चौराहों पर सन्नाटा छाया रहा। जनपद के हाइवे पर गाड़ियों का काफिला नहीं दिखा और इक्का-दुक्का वाहन ही चलते पाए गए। पहले दिन के बाद पुलिस ने अखबार विक्रेताओं को नहीं रोका और दूधियों के काम में भी व्यवधान नहीं डाला गया। इसका असर यह रहा कि रोजमर्रा की जरुरतें लोगों की पूरी होती रहीं। हालांकि घर के रोजाना के सामान की कमी, सब्जियों की कमी की वजह से लोग परेशान रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार के इस कदम को लेकर तर्क-वितर्क चलता रहा। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि यह लाक डाउन आने वाले कुछ महीनों तक जारी रह सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानें खोलने की मांग की गई।
नहीं मिल रहा पशु आहार
एक तरफ बंद की वजह से आम लोगों को जो समस्या है, वह तो है ही, पशुओं की समस्या भी बढ़ गई है। आवश्यक पशु आहार व पशु चारा न मिलने की वजह से किसानों पर पशुपालकों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कुछ पशु चारा विक्रेताओं ने बताया कि बाहर से सामान नहीं आ रहा जिसकी वजह से समस्या है। सामान आने लगेगा तो कोई दिक्कत नहीं होगी। बैंक, हास्पिटल व मेडिकल खुले
पूर्णत : लाक डाउन की स्थिति में भी आवश्यक सामान की दुकानें खुली रहेंगी। सामान्यतया दुकानें नहीं खुलीं लेकिन मंडलीय अस्पताल सहित अन्य कस्बों में भी मेडिकल स्टोर खुले रहे। सिविल लाइन स्थित स्टेट बैंक में दो दर्जन उपभोक्ता जरूर पहुंचे और उनकी समस्याओं का बखूबी समाधान किया गया। बैंक प्रबंधक अरूण कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि हम उपभोक्ताओं की जरूरतों के लिए हर वक्त खड़े हैं। यहां शाखा में पहुंचे किसी उपभोक्ता को कोई दिक्कत नहीं होगी। बरिया घाट स्थित यूनियन बैंक में न तो पैसा निकालने वाले दिखे और न ही जमा करने वालों की ही भीड़ रही। बैंक में प्रवेश करने वालों को मुंह ढंककर जाने के लिए कहा गया। वहीं बैंककर्मी भी मास्क लगाकर दूर से ही काम करते नजर आए।