जिससे चल रही थी गृहस्थी वही बन गया मौत का कुआं
थानाक्षेत्र के कोनौरा कुसहा गांव में कुएं की जहरीली गैस से हुई तीन मौतों ने ग्रामीणों को हिलाकर रख दिया है। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद जब शव घर पहुंचे तो गांव में चीख पुकार मच गई और सबकी आंखें गमगीन नजर आईं। इस दौरान चर्चा होती रही कि मंगलवार शाम को ही प्रयागराज जाने वाले युवक अजय भी सहायता करने पहुंचे और काल के गाल में असमय समा गया।
जागरण संवाददाता, जिगना (मीरजापुर) : थानाक्षेत्र के कोनौरा कुसहा गांव में कुएं की जहरीली गैस से हुई तीन मौतों ने ग्रामीणों को हिलाकर रख दिया है। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद जब शव घर पहुंचे तो गांव में चीख पुकार मच गई और सबकी आंखें गमगीन नजर आईं। इस दौरान चर्चा होती रही कि मंगलवार शाम को ही प्रयागराज जाने वाले युवक अजय भी सहायता करने पहुंचे और काल के गाल में असमय समा गया।
तौलन पाल ने मकान के पिड में ही 15 वर्ष पहले कुआं खोदकर टुल्लू लगाया व खेती करने लगे। पर किसी ने यह नहीं सोचा था कि एक दिन यहीं कुआं उनके लिए कब्रगाह साबित होगा। मृत तौलन रेलवे में ट्रालीमैन थे और करीब छह वर्ष पहले रिटायर हुए थे। बुधवार को उनका शव पहुंचते ही पत्नी कलुआ देवी पुत्र जयशंकर व विजयशंकर का रो-रोकर बुरा हाल रहा। वहीं लालमणि पाल जिसे सहायता में अपनी जान गंवानी पड़ी। वह तौलन को बचाने जैसे ही कुएं में गए गैस से दम घुट गया। जबकि मृतक अजय पाल जो कि मनगढ़वा प्रयागराज मछहा का रहने वाला था वह बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र था और एसएससी की तैयारी कर रहा था। मंगलवार शाम को ही वह प्रयागराज जाने वाला था लेकिन मौत उसे पांच किलोमीटर दूर अपने मौसा के घर तक खिच लाई और इस हादसे में वह भी अपनी जान गंवा बैठा। जिले के प्रशासनि अधिकारियों की पहल पर प्रयागराज से एनडीआरएफ की टीम पहुंची व एक घंटे की मशक्कत के बाद शव निकाले जा सके। बुधवार को शवों का पोस्टमार्टम हुआ व परिजनों को शव सुपुर्द किया गया। शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मचा रहा और वहां जुटी सैकड़ों की भीड़ में सबकी आंखें नम थीं।