संत रामपाल के अनुयाइयों ने मनाया काला दिवस, प्रदर्शन
कलेक्ट्रेट परिसर में राष्ट्रीय समाज सेवा समिति संत राम पाल के समर्थकों ने रविवार को काला दिवस मनाते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला प्रशासन को पत्रक सौंपकर संत राम पाल और उनके अनुयाईयों को झूठे मुकदमों में फंसाने पर रोष जताया साथ ही मामले की किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराने की भी मांग किया।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कलेक्ट्रेट परिसर में राष्ट्रीय समाज सेवा समिति संत राम पाल के समर्थकों ने रविवार को काला दिवस मनाया, प्रदर्शन कर विरोध जताया। इस दौरान जिला प्रशासन को पत्रक सौंपकर संत राम पाल संग अनुयाइयों को झूठे मुकदमे में फंसाने पर नाराजगी जताई। पूरे मामले की किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराने की भी मांग की।
समिति के राकेश कुमार ने कहा कि बरवाला में कबीर परमात्मा के श्रद्धालुओं को परेशानी में डालने के लिए 14 नवंबर से बिजली, पानी काटकर दवाई, दूध और खाद्य पदार्थों की सप्लाई रोक दी। 18 नवंबर 2014 तक पुलिस ने आश्रम में लोगों पर लाठी चार्ज, जहरीली गैस आदि का प्रयोग किया था। इसमें पांच महिलाएं और एक बच्चे की मौत हो गई थी। इसके चलते अनुयायी रविवार को काला दिवस के रूप में मना रहे हैं। इन हत्याओं का झूठा केस निर्दोष संत राम पाल पर बनाकर जेल भेज दिया। सरकार निर्दोष लोगों पर अत्याचार कर रही है। संत रामपाल महाराज द्वारा बताए गए भक्ति मार्ग व समाज सुधार के नियमों से प्रभावित होकर समाज के लोगों ने राष्ट्रीय समाज सेवा समिति का गठन किया। इसका उद्देश्य संत राम पाल के नियमों में रहते हुए किसी भी समाज, जाति-धर्म पर किए जा रहे अत्याचारों का विरोध करना है। राष्ट्रपति मामले की किसी भी निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराए। हनुमान दास, ओम प्रकाश, रोहित दास, रमेश दास, गुलाब दास, राजीव दास, विजय नरायन, राधेश्याम, भगत सोमारु, वीरेंद्र कुमार दास, राम लखन, फूलचंद्र दास, अजीत दास पटेल, विनोद दास, आशीष दास आदि मौजूद रहे।