मनउर गांव के तालाब पर लगा ग्रहण, अतिक्रमण
जासं, जमालपुर (मीरजापुर): एक तरफ जहां नए तालाब की खोदाई एवं पुराने तालाब की सफाई पर सरकार द्वारा
जासं, जमालपुर (मीरजापुर): एक तरफ जहां नए तालाब की खोदाई एवं पुराने तालाब की सफाई पर सरकार द्वारा जोर दिया जा रहा है, वही दूसरी तरफ क्षेत्र के मनउर गांव स्थित तालाब अतिक्रमण का दंश झेलने को विवश है। शासन-प्रशासन की उपेक्षा के कारण गांव सभा की भूमि में स्थित तालाब अपनी उपयोगिता साबित करने में पूरी तरह से विफल साबित हो रहा है। तालाब में पानी के स्थान पर कूड़ा भरा हुआ है। गरमी में पशु-पक्षी पानी के लिए बेहाल हो गए। अगर प्रशासन द्वारा इसकी साफ-सफाई कराकर पानी भरवा दिया जाए तो काफी हद तक पेयजल की समस्या दूर हो सकती है।
मनउर गांव का तालाब करीब एक बीघे के क्षेत्रफल में फैला था लेकिन अब यह सिकुड़ कर दस बिस्वां में ही रह गया। तालाब पर हुए अतिक्रमण के कारण तालाब चारो तरफ से पट गया है। ग्रामीण गांव सभा के तालाब को कूड़ादान बना दिए है। तालाब की करीब एक बीघा की भूमि पर अगल-बगल के ग्रामीणों ने करीब दस बिस्वा भूमि पर अतिक्रमण कर लिया है एवं दस बिस्वा के तालाब को गांव वालों ने घर का कूड़ा फेंककर पूरी तरीके से पाट दिया है। तालाब के नाम पर मौके पर मात्र कूड़े का ढेर ही दिखाई देता है। अगर तालाब को बेहतर बनाकर उसमें जल भर दिया जाए तो गर्मी के दिनों में गांव का वाटर लेवल भी मेंटेन रहेगा लेकिन ग्राम प्रधान एवं प्रशासन की उदासीनता से तालाब अपनी उपयोगिता साबित नही कर पा रहा है। तालाब के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। गांव निवासी सोनू, ऋषि, बृजराज ¨सह, चंद्रशेखर, रामजनम गुप्ता, विजेंद्र आदि ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तालाब के पास से अतिक्रमण हटाए जाने के साथ खोदाई कर पानी भरवाने की मांग की है।