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पुरानी पेंशन योजना के लिए विस घेरने का एलान

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर तीन दिनों से चल रहा धरना प्रदर्शन प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपने के साथ ही समाप्त हो गया। चेतावनी दी गई कि मांगे न माने जाने पर आठ अक्टूबर को विधानसभा का घेराव किया जाएगा। कर्मचारी, शिक्षक, अधिकार-

By JagranEdited By: Published: Fri, 31 Aug 2018 07:27 PM (IST)Updated: Fri, 31 Aug 2018 07:27 PM (IST)
पुरानी पेंशन योजना के लिए विस घेरने का एलान
पुरानी पेंशन योजना के लिए विस घेरने का एलान

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर तीन दिनों से चल रहे धरना-प्रदर्शन में शुक्रवार को भी कर्मचारियों ने अपनी आवाज बुलंद की। कर्मचारी प्रतिनिधियों ने मांगें न मानी जाने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी। कहा कि उनकी मांगों को लेकर सरकार को अविलंब विचार करना चाहिए। इस दौरान मांग पूरी न होने पर आठ अक्टूबर को विधानसभा का घेराव करने का एलान किया गया। आखिर में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपकर धरना समाप्त कर दिया गया।

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कर्मचारी, शिक्षक, अधिकार- पुरानी पेंशन बहाली मंच के तत्वावधान में आयोजित सभा में मंच के अध्यक्ष अनिल कुमार ¨सह ने कहा कि वर्तमान सरकार से हम लोगों को बहुत उम्मीद थी लेकिन इस सरकार ने भी हमें निराश किया। हम लोग आशान्वित थे कि यह सरकार पुरानी पेंशन योजना को बहाल करेगी लेकिन इसका उल्टा हुआ। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष व मंच के संयोजक लल्लू तिवारी ने सभी घटक संगठनों के पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि लोगों की एकजुटता देखकर यह यकीन हो गया है कि सरकार को झुकना ही होगा। उमाकांत मिश्र ने कहा कि हमें हर कीमत पर पुरानी पेंशन चाहिए। सभी लोग मंच से जुड़े रहें। समन्वयक विनोद तिवारी ने आह्वान किया कि सभी आठ अक्टूबर को लखनऊ चलकर विधानसभा का घेराव करें। माध्यमिक शिक्षक राजेंद्र तिवारी ने कहा कि यदि सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो हम सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे। विजय शंकर त्रिपाठी, सुभाष तिवारी, आलोक तिवारी, शान मोहम्मद आदि ने भी अपने विचार प्रकट किए।

----------------- प्रदर्शनकारियों की भीड़ से पटा मुख्यालय

जासं, मीरजापुर :प्रदर्शनकारियों की भीड़ से जिला मुख्यालय पट गया। तीन दिनों से लगातार प्रदर्शन होने के बाद भी शुक्रवार को आंदोलनकारियों का उत्साह कम नहीं हुआ बल्कि दोगुने जोश के साथ वे सभा स्थल पर पहुंचे। सुबह 10 बजे से ही वक्ताओं का बोलना शुरू हो गया था। पूरा कलेक्ट्रेट मार्ग एक तरह से जाम की गिरफ्त में रहा। भीड़ के साथ- साथ वाहनों से भी पूरा क्षेत्र भरा रहा। शहरी व ग्रामीण सभी क्षेत्रों की भीड़ का रूख जिला मुख्यालय ही था। लगभग सभी विभागों के कर्मचारी व शिक्षक भी अपने अपने सहयोगियों के साथ सभा में उपस्थित हुए।

------------------------ विभागों में पसरा रहा सन्नाटा

जासं, मीरजापुर : तीसरे दिन भी अधिकांश विभागों में सन्नाटा पसरा रहा। धरने में ¨सचाई विभाग, लोकनिर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कलेक्ट्रेट, आरटीओ, ग्राम पंचायत, ग्राम विकास, कोषागार, चकबंदी, डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ, विश्वविद्यालय महासंघ, स्वास्थ्य विभाग, कलेक्ट्रेट व अधिकांश विभागों के कर्मचारी व शिक्षक संघों के लोग उपस्थित रहे।

----------------------- महिलाओं की भी रही भागीदारी

धरना प्रदर्शन में महिलाओं की भी पूरी भागीदारी रही। इसमें सुधा ¨सह, नम्रता दुबे, आरती कटियार, अमृता दुबे, सीमा, उषा, प्रीति पाल, प्रियंका ¨सह, सपना गोयल, रश्मि तिवारी, अशुप्रा श्रीवास्तव, प्रज्ञा दुबे, प्रमिता भारती, मंजू चौधरी, श्याम कुमारी, खुशवंत मौर्य, दीपलता, गुंजन आदि थे।

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पठन पाठन रहा स्थगित

विभिन्न शिक्षक संघों की ओर से पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए कार्य बहिष्कार का आयोजन किया गया था। इससे संबंधित विद्यालयों में पठन- पाठन स्थगित रहा। नगर के अधिकांश इंटर कालेजों व ग्रामीण क्षेत्र के इंटर कालेजों में भी पठन पाठन बाधित रहा। विद्यालय समय के बाद दोपहर एक बजे सभी माध्यमिक शिक्षक कलेक्ट्रेट पहुंचे और धरने में शामिल हुए। केबी कालेज, जीडी बिनानी पीजी कालेज व अन्य महाविद्यालयों में भी पठन पाठन बाधित रहा।

---------------- सुरक्षा के लिए पत्रक सौंपा

जासं, मीरजापुर : राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जोनल महामंत्री नारायण जी दुबे ने शुक्रवार को डीएम को पत्रक सौंपकर कर्मचारियों की सुरक्षा की मांग की। उनका आरोप था कि इस आंदोलन में कई गुट सक्रिय हैं। इसी में एक गुट की ओर से तीन दिवसीय आंदोलन चल रहा है। उनमें से एक ने गुरुवार को संभागीय खाद्य नियंत्रक कार्यालय पहुंचकर वरिष्ठ आडिटर राहुल मिश्रा से गाली-गलौज कर मारपीट की और अभिलेखों को फेंका। मांग की गई कि कर्मचारियों को सुरक्षा दी जाए।


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