आकाशीय बिजली ने बरपाया कहर, बारिश से सहमे किसान
जनपद में इस समय खेतों में गेहूं की फसल पक रही है और कटाई नजदीक है। ऐसे में मौसम ने रविवार को अचानक करवट ले ली है। कहीं कहीं बारिश हो रही है और कहीं बादल छाए रहे। इससे ठंड बढ़ गई और लोगों ने फिर से गर्म कपड़े निकाल लिए। किसानों की चिता भी बढ़ गई है। सुबह से ही लोगों को भगवान भाष्कर के दर्शन नही हुए। किसान खेतों में अपनी कटी फसल को समेटते नजर आए।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : हलिया/ड्रमंडगंज थानाक्षेत्र के बरी गांव में बारिश से बचने को पेड़ के नीचे बैठे लोगों की आकाशीय बिजली गिरने से जान चली गई। रविवार सुबह करीब दस बजे हुए दैवीय हादसे में 12 लोग आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए बुरी तरह झुलसे दो युवकों की मौके पर मौत हो गई, दस लोग झुलस गए। जनपद में इस समय खेतों में गेहूं की फसल पक रही है और कटाई नजदीक है। ऐसे में मौसम ने अचानक करवट ले ली। कहीं-कहीं बारिश हो रही है और कहीं बादल छाए रहे। आकाशीय बिजली के कहर बरपाने व बारिश होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। इससे ठंड बढ़ गई और लोगों ने फिर से गर्म कपड़े निकाल लिए। किसानों की चिता भी बढ़ गई है। सुबह से ही लोगों को भगवान भाष्कर के दर्शन नही हुए। किसान खेतों में कटी फसल समेटते नजर आए।
विकास खंड पटेहरा कला क्षेत्र में सुबह 10 बजे से ही तेज गड़गड़ाहट गरज के साथ पानी की बूंदे पड़नी शुरू हो गई। किसान अपनी गाढ़ी कमाई की फसल, मसूर, सरसों व अरहर को बटोरने में लगे है, कितु इंद्र भगवान के आगे किसकी चल रही है। किसानों को दो साल बाद इस वर्ष रवी की फसल देखने को मिली है। वर्ष 2017 व 18 में तो महाकाल था जिससे खरीफ और रबी दोनों फसलें सूख गई थी, किन्तु केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार से राहत नहीं मिला था। इस वर्ष लहलहाती फसल की कटाई में भगवान ही बाधक बने हैं, जिससे किसानों के माथे पर चिता की लकीरें खिच गई हैं। लोग कच्ची फसलों को बरसात के भय से काटने में लगे हैं । ड्रमंडगंज में रविवार की सुबह से क्षेत्र में मौसम के बदलते मिजाज को देखकर किसानों के चेहरों के रंग बदल गए। बारिश तेज होने पर दलहनी एंव तिलहनी फसलों को नुकसान पहुंचेगा। मौसम का मिजाज बिगड़ने से ठंड ने दुबारा फिर से दस्तक दे दिया है। जमालपुर क्षेत्र में भी मौसम के बदले मिजाज से किसान परेशान हो उठे। सुबह से ही आसमान में बादलों की आवाजाही से किसान परेशान हो गए। किसानों के अनुसार अगर बरसात हुई तो गेहूं की फसल को भी नुकसान होना तय है। सीखड़ क्षेत्र में सुबह से बादल छाए रहे।
गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद
गेहूं की फसल के लिए बारिश फायदेमंद है। मसूर, सरसो व अरहर जैसी फसलों को नुकसान पहुंचेगा। किसान तैयार फसलों की कटाई करके सुरक्षित रख लें। फसल को खुले में खलिहान में भी न रखें। जिन किसानों ने आम के बौर पर छिड़काव नहीं कराया तो जल्द करा लें।
- अशोक उपाध्याय, उप कृषि निदेशक, मीरजापुर।