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रोडवेज कर्मियों ने 16 सूत्रीय मांगों को ले बुलंद की आवाज

उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ मीरजापुर डिपो शाखा प्रयागराज क्षेत्र ने 14 नवंबर को प्रांत द्वारा जारी किए गए नोटिस के समर्थन में सोमवार को रोडवेज परिसर मीरजापुर में जनजागरण कार्यक्रम आयेाजित किया गया। क्षेत्रीय अध्यक्ष राजकुमार शुक्ला ने 16 सूत्री मांग पत्र में शामिल प्रदेश भर में डग्गामारी से परिवहन निगम व सरकार को हो रही राजस्व की क्षति पर प्रकाश डालते हुए इसपर पूरी तरह से लगाम लगाने की मांग की।

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 08:38 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 08:38 PM (IST)
रोडवेज कर्मियों ने 16 सूत्रीय 
मांगों को ले बुलंद की आवाज
रोडवेज कर्मियों ने 16 सूत्रीय मांगों को ले बुलंद की आवाज

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ मीरजापुर डिपो शाखा प्रयागराज क्षेत्र ने 14 नवंबर को प्रांत द्वारा जारी किए गए नोटिस के समर्थन में सोमवार को रोडवेज परिसर मीरजापुर में जनजागरण कार्यक्रम आयेाजित किया गया। क्षेत्रीय अध्यक्ष राजकुमार शुक्ला ने 16 सूत्री मांग पत्र में शामिल प्रदेश भर में डग्गामारी से परिवहन निगम व सरकार को हो रही राजस्व की क्षति पर प्रकाश डालते हुए इसपर पूरी तरह से लगाम लगाने की मांग की। मांगे पूरी नहीं होने पर 12 दिसंबर को क्षेत्रीय प्रबंधन कार्यालय में व 19 दिसंबर को निगम के मुख्यालय लखनऊ में धरना प्रदर्शन करने की बात कही।

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मुख्य अतिथि एवं प्रदेश मंत्री सत्यनारायण यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की स्थापना 1947 में एक जनसेवी संस्थान के रूप में हुई थी। अपने स्थापना काल से ही यह उद्योग लगातार गांवों और शहरों से प्रतिदिन लाखों यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने का काम करता रहा है। कितु शासन की गलत नीतियों के चलते यह निगम दुर्दशा का शिकार हो गया है। उन्होंने 20 वर्षो से कार्य कर रहे संविदा कर्मियों को नियमित करने की मांग की। शाखा संगठन मंत्री नागेंद्र पांडेय ने डिपो की अव्यवस्था पर कहा कि कभी यह डिपो सोने की चिड़िया कहा जाता था। कितु प्रबंधन के संचालन में बार बार बाहरी हस्तक्षेप से व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। आय भी प्रभावित होता है। कार्मिकों का उत्पीड़न किया जाता है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शाखा मंत्री अब्दुल जब्बार ने चालकों और परिचालकों की मनमाने ढंग से की जा रही कटौती पर आक्रोश जताया। जबकि गाड़ियों के मेंटनेस और समयबद्ध संचालन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। विनोद दूबे ने कहा कि जिन चालकों का सेवानिवृति एक साल है उनकी ड्यूटी नहीं लगाई जाए। शंकर मौर्या ने संविदा कर्मियों को नियमित करते हुए एसीपी की बहाली, मृतक आश्रितों की नियुक्ति में पांच वर्ष का प्रतिबंध समाप्त किए जाने की मांग की। इस दौरान विध्यवक्श सिंह, चंद्रभूषण पाल, विकास सिंह, योगेंद्र मिश्र, आशुतोष मिश्रा, केडी मिश्रा, गौरीशंकर आदि शामिल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता रवि प्रताप सिंह ने कही।


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