मास्क पहनकर न आने वाले मरीजों के प्रवेश पर पाबंदी
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चिकित्सालय प्रशासन ने बगैर मॉस्क पहनकर आने वाले मरीजों और उनके परिजनों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। अधिकारियों ने कहा कि जो भी चिकित्सालय में आ रहा है वह मॉस्क पहन कर ही आए।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चिकित्सालय प्रशासन ने बगैर मॉस्क पहनकर आने वाले मरीजों और उनके परिजनों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। अधिकारियों ने कहा कि जो भी चिकित्सालय में आ रहा है, वह मॉस्क पहन कर ही आए। अगर उनके पास मॉस्क नहीं है तो साफ कपड़े से मुंह ढंककर ही प्रवेश करें। जिससे अगर उसमें कोरोना वायरस है तो उसका वायरस किसी दूसरे में नहीं फैल सके या फिर किसी का वायरस उसमें प्रवेश नहीं कर सके।
कोरोना वायरस के तीसरे चरण में पहुंचने पर स्वास्थ्य महकमा सतर्क हो गया है। मंडलीय चिकित्सालय के अधिकारियों ने मुंह खुला रखकर आने वाले मरीजों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। डॉक्टरों का कहना है कि चिकित्सालय में आने वाले मरीजों और स्वास्थ्य कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। क्योंकि अगर कोई भी मरीज इस वायरस से पीड़ित होकर आया और उसका वायरस दूसरे लोगों में फैल गया तो उससे कई लोग चपेट में आ जाएंगे। यहीं नहीं, अगर कोई दूसरा मरीज इस रोग से पीड़ित है तो मुंह को खुला छोड़कर आने वाला मरीज पीड़ित हो जाएगा। इसलिए इस जानलेवा बीमारी से बचना है तो लोगों को सतर्क रहना पड़ेगा। सभी मरीज चिकित्सालय में प्रवेश करने से पहले अपने मुंह को मॉस्क या गमछे से ढककर ही आएं। शुक्रवार को चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को सीधे डॉक्टरों के ओपीडी कक्ष में भेजा गया। जो गंभीर मरीज था केवल उसी को इमरजेंसी में देखा गया। साथ ही जो भी बगैर मॉस्क के आ रहा था उसे प्रवेश नहीं दिया गया।