पशु आश्रय केंद्रों की जिम्मेदारियां तय, लापरवाही पर होगी कार्रवाई
जनपद के सभी पशु आश्रय केंद्रों की जिम्मेदारी प्रशासन द्वारा तय कर दी गई है। सभी तहसीलों के एसडीएम पशु आश्रय केंद्र की व्यवस्थाओं को देखेंगे। साथ ही जो पशु आश्रय केंद्र नगर पंचायत या नगर पालिका के अधीन है उन पर भी समय-समय पर जांच कर व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जाएंगी।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जनपद के सभी पशु आश्रय केंद्रों की जिम्मेदारी प्रशासन द्वारा तय कर दी गई है। सभी तहसीलों के एसडीएम पशु आश्रय केंद्र की व्यवस्थाओं को देखेंगे। साथ ही जो पशु आश्रय केंद्र नगर पंचायत या नगर पालिका के अधीन है, उन पर भी समय-समय पर जांच कर व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जाएंगी।
इसी क्रम में मंगलवार को जिलाधिकारी अनुराग पटेल द्वारा लालगंज तहसील के गलरा व बामी गांव स्थित पशुशालाओं का औचक निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि हर पशु आश्रय केंद्र पर एडवांस में चारे की व्यवस्था कराई जा रही है और जहां पर पानी की समस्या है, वहां बोर कराकर हैंडपंप या सबमर्सिबल के माध्यम से जलापूर्ति की जाएगी। साथ ही सभी पशु आश्रय केंद्र के आसपास चरने के कंपार्टमेंट बनाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी द्वारा सभी एसडीएम से पशु आश्रय केंद्र पर आवश्यकताओं का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए हैं ताकि समय रहते वह सुविधाएं दी जा सकें। टांडा फाल के पास नगर पालिका की जमीन
टांडा फाल के पास जहां पर पशु आश्रय केंद्र बनाए गए हैं, उससे सटकर ही नगर पालिका की करीब 24 बीघे जमीन है। इस पर कुछ लोग खेती भी करते हैं। जिला प्रशासन जल्द ही इस जमीन पर पशुओं को चरने के लिए कंपार्टमेंट बनाने की पहल कर सकता है। इसके लिए नगर पालिका से भी बातचीत की जाएगी। जनपद में संचालित पशु आश्रय केंद्र
टांडा फाल : नगर पालिका परिषद
एएस जुबिलि इंटर कालेज : पुलिस लाइन
जलकल परिसर : चुनार
बामी गांव : लालगंज
गलरा गांव : हलिया
गोल्हनपुर : राजगढ़
मिल्की गांव : जमालपुर
सीखड़ गांव : सीखड़
बरकछा : जिला पंचायत