राम-भरत मिलाप देख दर्शकों ने लगाए जयश्रीराम के उद्घोष
राम भूमि पर पड़े अपने भ्राता भरत को बाहों में भरने को व्याकुल हैं वहीं दूसरी ओर भरत हैं कि श्रीराम के चरणों में पड़े हैं। प्रभु श्रीराम द्वारा भरत को उठाकर गले लगाते ही चुनार किले के नीचे उपस्थित हजारों नर नारियों ने जय श्रीराम, चारों भइयन की जय के नारों से आकाश को गुंजायमान कर दिया। भरत को राम व शत्रुघ्न को लक्ष्मण गले लगाते हैं और भरत व शत्रुघ्न के नयनों से प्रेम मिश्रत अश्रुधारा छलक उठती है। लीला स्थल पर उपस्थित हजारों दर्शकों की आंखें चारों भाइयों का मिलन देख नम हो उठती हैं।
जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : श्रीराम भूमि पर पड़े भ्राता भरत को बाहों में भरने को व्याकुल हैं। वहीं दूसरी ओर भरत हैं कि श्रीराम की चरणों में पड़े हैं। प्रभु श्रीराम द्वारा भरत को उठाकर गले लगाते चुनार किले के नीचे उपस्थित हजारों नर-नारियों ने जय श्रीराम, चारों भइयन की जय के नारों से गुंजायमान कर दिया। भरत को राम व शत्रुघ्न को लक्ष्मण गले लगाते हैं। भरत व शत्रुघ्न के नयनों से प्रेम मिश्रित अश्रुधारा छलक पड़ीं। लीलास्थल पर हजारों दर्शकों की आंखें चारों भाइयों का मिलन देख नम हो उठती हैं।
श्री राघवेंद्र रामलीला नाट्य समिति की ओर से भरत मिलाप की लीला में शनिवार की रात करीब दस बजे भरपुर मोहल्ला स्थित किले के नीचे बने भरत मिलाप मंच पर यह दृश्य सजीव हुआ। जिसके साक्षी हजारों लोग बने। चुनार के सुप्रसिद्ध भरत मिलाप के स्वाभाविक व जीवंत दृश्य के साक्षी बनने को नगर समेत आसपास के दर्जनों गांवों से हजारों लोग शाम से ही लीला स्थल पर पहुंचना शुरू हो गए थे। प्रभु श्रीराम, रावण का वध करने के पश्चात भार्या जानकी तथा भाई लक्ष्मण के साथ पुष्पक विमान पर सवार होकर वन से आते हैं। नगर के बाहर किले के नीचे, जहां सरयू रूपी जरगो नदी बह रही है, वहीं आकर्षक ढंग से सजाए गए ऊंचे मंच पर भाई भरत और शत्रुघ्न से मिल कर सुख प्राप्त करते हैं। भरत मिलाप के अवसर पर उपस्थित भक्त पुष्प वर्षा करते हैं। इस मौके पर दूर-दराज से आए दर्शक मेले का आनंद लेने के साथ मेले में सजी सौंदर्य प्रसाधन, लाई-चिवड़ा, ककनी, गट्टा, नान खटाई, चाट, मिठाई बच्चों के खिलौने आदि की सजी दुकानों से पसंद की खरीदारी करते रहे। रामलीला समिति के अध्यक्ष अखिलेश मिश्र, बचाऊलाल सेठ, अविनाश अग्रवाल, श्यामसुंदर शाह, गौरीनाथ दीक्षित, फूलचंद, चंद्रहास गुप्ता आदि थे। संचालन गो¨वद जायसवाल ने किया। सुरक्षा व्यवस्था में सीओ चुनार सुधीर कुमार, प्रभारी निरीक्षक चुनार कमलेश, एसएसआई रमाकांत यादव पाल आदि डटे रहे।