दुर्घटना राहत ट्रेन लाइव वीडियो ट्रांसमिशन सिस्टम से होगी लैस
जागरण संवाददाता मीरजापुर अब देश के किसी भी हिस्से में ट्रेन दुर्घटना होने पर वहां नेट
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : अब देश के किसी भी हिस्से में ट्रेन दुर्घटना होने पर वहां नेटवर्क की समस्या नहीं आएगी। अधिकारी मुख्यालय या कहीं भी बैठकर वहां की स्थिति का लाइव वीडियो देख सकेंगे। दिल्ली, प्रयागराज आदि कंट्रोल रूम में बैठे इंजीनियर राहत पहुंचाने वाले अधिकारियों की मदद भी कर सकेंगे जिससे बचाव कार्य में तेजी आ सके। इसके लिए दुर्घटना राहत गाड़ियों को राहत और रेस्टोरेशन उपायों की निगरानी के लिए वी-सैट (वेरी स्मैल अपर्चर टर्मिनल लाइव) आधारित लाइव वीडियो ट्रांसमिशन सिस्टम से लैस किया जाएगा। जिससे वे कही भी दुर्घटना होने पर वहां जाए तो नेवटर्क के चलते बात करने या वहां की स्थिति से अवगत होने में किसी प्रकार की परेशानी न आ सके।
उत्तर -मध्य रेलवे सेलुलर नेटवर्ट के क्षेत्र में बड़ा आयाम हासिल करने जा रहा है। इससे कहीं भी दुर्घटना होने पर उसमें बचाव कार्य में तेजी से लाई जा सके। इसके लिए प्रौद्योगिकी में प्रगति के साथ सेलुलर नेटवर्क का उपयोग करके मोबाइल उपकरणों के माध्यम से लाइव वीडियो प्रसारण के लिए वर्तमान में कई विकल्प तलाशे जा रहे हैं। सेलुलर नेटवर्क का उपयोग करके मोबाइल डिवाइस के माध्यम से नियंत्रण कक्ष से विभिन्न साइटों की लाइव निगरानी के लिए उपलब्ध विभिन्न विकल्पों को तलाश करने के लिए उत्तर-मध्य रेलवे, मुख्यालय के आइटी सेल और प्रयागराज मंडल को निर्देशित किया गया। उत्तर-मध्य रेलवे के सभी हिस्सों से तेज और निर्बाध लाइव ट्रांसमिशन के लिए मजबूत नेटवर्क और विभिन्न रेलवे एप्लीकेशंस के लिए एक उपयुक्त उपकरण की आवश्यकता है। इन स्वतंत्र टीमों द्वारा सुझाए गए सर्वश्रेष्ठ अनुकूल विकल्प को पूरे उत्तर-मध्य रेलवे में समान रूप से अपनाया जाएगा। ब्रेकडाउन, दुर्घटनाओं आदि के अतिरिक्त यह प्रणाली उत्तर-मध्य रेलवे पर किए जा रहे विभिन्न कार्यों की निगरानी में भी बहुत मदद करेगी। इसके साथ ही बेहतर संसाधन और पूर्वानुमान में भी सहायक सिद्ध होगी।
--------------- लाइव वीडियो से नुकसान पहुंचने की कम होगी संभावना
गाड़ियों को सेटलाइट सिस्टम से जोड़ने के बाद दुर्गम पहाड़ियों में नेटवर्क की दिक्कत नहीं आएगी और इसका लाइव वीडियो आराम से देखा जा सकेगा।
दुर्घटना राहत गाड़ियों को वीसैट से जोड़ने के लिए कहा गया है जिससे कहीं पर भी दुर्घटना होने पर वहां की स्थिति देखी जा सके और अधिकारियों से हमेशा संपर्क में रहा जा सके। इससे बचाव कार्य में तेजी लाया जा सकेगा।
राजीव चौधरी महाप्रबंधक उत्तर-मध्य रेलवे ।