4.50 करोड़ की लागत से तैयार पंप कैनाल बंद
जागरण संवाददाता, पड़री (मीरजापुर) : इन दिनों प्रदेश में नहीं वरन पूरे देश में सिचाई व्यवस्था को लेकर
जागरण संवाददाता, पड़री (मीरजापुर) : इन दिनों प्रदेश में नहीं वरन पूरे देश में सिचाई व्यवस्था को लेकर सरकार कमर कस रही है। इससे देश की सिचाई व्यवस्था में काफी आमूलचूल परिवर्तन भी दिखाई दिया। इतना ही नहीं बल्कि किसानों की सिचाई के लिए नहरों की सफाई से लेकर उसमें पानी पहुंचाने की व्यवस्था के लिए भी सरकार अरबों रुपये खर्च करती रहती है। इसके बावजूद जनपद के तमाम ऐसे क्षेत्र हैं जहां सरकार की छवि को धूमिल करने वाले अधिकारी अपने जेब गर्म करने के कारण किसानों की समस्याओं को ध्यान में नहीं देते हैं और किसान खेती के पानी के लिए आज भी तरस रहे हैं।
किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रही है। यह हाल जनपद के पहाड़ी ब्लाक का है जहां सिचाई के लिए पूर्व स्वास्थ्य मंत्री स्व. पंडित लोकपति त्रिपाठी द्वारा सन 1983 में पहाड़ी ब्लाक के रामनगर ग्राम सभा में एक पंप कैनाल की स्थापना की गई थी। इसकी क्षमता 30 क्यूसेक थी जिससे सात किलोमीटर लंबी नहर के अंतर्गत आने वाले गांव जैसे रामनगर, सीकरी, छटहां, धरमदेवां, अधपेड़ा, माधोपुर, छीतमपट्टी, चौहानपट्टी आदि गांवों तक पानी पहुंचता था। इस पंप कैनाल को पंडित लोकपति त्रिपाठी द्वारा 4.50 करोड़ की लागत से बनवाया गया था। इसमें 15-15 क्यूसेक के दो मशीन लगाए गए थे जिसके चलते पहाड़ी ब्लाक में किसानों को भरपूर मात्रा में हर खेती करने के लिए पानी मिल जाता था, कितु लगभग दो दशक से विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के कारण यह पंप कैनाल बंद पड़ा हुआ है। ''पंप कैनाल को इस दौरान गंगा के पानी की उपलब्धता होने के कारण चालू करा दिया गया है। जहां जेई की मौजूदगी में खोदाई का कार्य प्रारंभ है जो कि बहुत दिनों से बंद पड़ा हुआ था, जल्द ही सभी गांवों के किसानों को पानी मिलने लगेगा।''
-विश्व विजय कृष्णा, अधिशासी अभियंता, लघु डाल।