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बाल मजदूरी को भट्ठा संचालक दे रहे बढ़ावा

स्थानीय थाना क्षेत्र के ईंट भट्ठों पर भट्ठा संचालकों द्वारा नाबालिक बच्चों से धड़ल्ले से काम कराया जाता है। ट्रैक्टर ट्राली में ईटा लादने से लेकर उतारने व बनाने तक की जिम्मेदारी बालकों पर है। वही एक तरफ सरकार बाल मजदूरी अपराध का दावा खोखला साबित हो रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 30 Jun 2019 07:29 PM (IST)Updated: Sun, 30 Jun 2019 07:29 PM (IST)
बाल मजदूरी को भट्ठा संचालक दे रहे बढ़ावा
बाल मजदूरी को भट्ठा संचालक दे रहे बढ़ावा

जासं, पड़री (मीरजापुर) : स्थानीय थाना क्षेत्र के ईंट भट्ठों पर भट्ठा संचालकों द्वारा नाबालिग बच्चों से धड़ल्ले से काम कराया जाता है। ट्रैक्टर-ट्राली में ईटा लादने से लेकर उतारने व बनाने तक की जिम्मेदारी बालकों पर है। एक तरफ सरकार बाल मजदूरी अपराध का दावा खोखला साबित हो रहा है। क्षेत्र के लोगों को आरोप है कि आखिर सरकार ऐसे लोगों पर कब कार्रवाई करेगी। छोटे-छोटे मासूम बच्चों को ये धन पशु भट्ठा संचालक अपना शिकार बना कर उनसे मजदूरी करवाते रहेंगे। एवज में उन्हें बहुत कम ही मजदूरी भी दिया जाता है। क्षेत्रवासियों ने बताया कि जिसके संदर्भ में कई फोटो, ऑडियो व वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होते हुए खूब तेजी से देखा जा रहा है। बताया कि पड़री थाना क्षेत्र के पैड़ापुर चौकी अंतर्गत रामनगर सीकरी में दर्जनों ईंट भट्ठे संचालित किए जाते हैं। ज्यादातर छोटे छोटे नाबालिग लड़के काम करते हुए देखे जाते हैं। पड़री थाना प्रभारी साजिद सिद्दकी ने बताया कि शिकायत मिल रही, जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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