गरीब छात्राओं ने कहा, असली हीरो हैं सोनू सूद
जागरण संवाददाता अहरौरा (मीरजापुर) जंगल के रास्ते को चीरकर आगे बढ़ने के लिए नक्सल प्र
जागरण संवाददाता, अहरौरा (मीरजापुर) : जंगल के रास्ते को चीरकर आगे बढ़ने के लिए नक्सल प्रभावित गांव की लड़कियों के सपने अब जल्द ही पूरे होने वाले हैं। पंद्रह किलोमीटर की दूरी अब वह खुद ही साइकिल के सहारे पूरी कर लेंगी और अपने सपनों को साकार करेंगी। साइकिल मिलने की जानकारी मिलते ही छात्राओं ने अभिनेता सोनू सूद का आभार प्रकट किया है। कहा कि असल जिदगी में हीरो इसे ही कहते हैं।
जंगल माहाल ग्राम सभा के बरही, छातो, सारादह, गोबरदहा के नक्सल प्रभावित गांव की 35 लड़कियों को पढ़ने के लिए पैदल पंद्रह किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी। इसकी जानकारी मिलने पर सोनू सूद ने गांव की सभी पढ़ने वाली लड़कियों को साइकिल देने का निर्णय लिया। जल्द ही उन्हें साइकिल का वितरण किया जाएगा। इसके लिए सोनू सूद की संस्था ने गांव में आकर सूची तैयार कर ली है।
---------------- बोलीं छात्राएं
सच्चे हीरो की यही निशानी है कि वह असल जिदगी में दूसरों की मदद करें। साइकिल नहीं होने से पंद्रह किलोमीटर दूर पैदल पढ़ने जाना पड़ता था। सोनू सूद की मदद से साइकिल मिलने पर आगे खूब पढूंगी और कुछ बन कर दिखाऊंगी।
निशा, छात्रा पढ़ लिखकर इंजीनियर बनने का सपना था जो अब साकार होने लगा है। साइकिल नहीं होने की वजह से स्कूल का क्लास छूट जाता था अब रोज स्कूल जाऊंगी और सपने को साकार करुंगी।
सपना सिंह, छात्रा। जंगल के रास्ते से अकेले जाने में डर लगता था। साइकिल मिलने से अब अकेले भी स्कूल चली जाऊंगी। पढ़ाई को पूरा करना है कुछ बन कर दिखाना चाहती हूं।
चांदनी, छात्रा गरीबी के दौर में पिता का भी साया सिर से हट गया। ऐसा लगा कि अब साइकिल नहीं मिल पाएगा और पढ़ाई को बीच में ही छोड़ना पड़ेगा। सोनू सूद ने उसकी मदद को हाथ आगे बढ़ाया है। जिससे वह अपने सपने को पूरा करते हुए सिपाही बनकर देश की सेवा करना चाहती है।
गूंजा, छात्रा शादी कर के घरेलू महिला का जीवन बिताना ही नहीं है। अब पढ़ लिखकर आगे बढ़ना है। साइकिल से अपने सपनों को अब पूरा करने का मौका मिला है। अनीता, छात्रा