भावी पीढ़ी की खुशहाली के लिए पौधरोपण जरूरी : डा. दुबे
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पर्यावरण असंतुलन के चलते पृथ्वी पर बढ़ते तापमान को पौधरोपण क
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पर्यावरण असंतुलन के चलते पृथ्वी पर बढ़ते तापमान को पौधरोपण करके ही संतुलित किया जा सकता है। इसके लिए जिले में 5 लाख पौधे 15 अगस्त को रोपित किया जाएगा। इसके अलावा जिले में इस वर्ष करीब 10 लाख पौधे रोपित किए जा रहे हैं। यह जानकारी विन्ध्याचल क्षेत्र के अमरावती स्थित ज्ञानंदा महाविद्यालय में ¨वध्य हेरिटेज फाउंडेशन तथा भारत विकास परिषद भगीरथी के तत्वावधान में मंगलवार को आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम में प्रधान मुख्य वन संरक्षक डा. प्रभाकर दुबे ने दी। उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर उजड़ती हरियाली के कारण ही पर्यावरण पर बुरा असर पड़ रहा है। मानव जीवन के लिए पर्यावरण संरक्षण को केवल पौधरोपण कर के ही बचाया जा सकता है। ।
इस अवसर पर श्री दुबे ने कहा कि बढ़ती आबादी के चलते इमारतों का तेजी से विस्तार हो रहा है। सड़क, रेलवे लाइनों का तेजी से विस्तार हो रहा है । जबकि आबादी के बीच से हरियाली सिकुड़ती जा रही है। पर्यावरण का संतुलन बिगड़ने के कारण मानव तमाम विकारों से जकड़ता जा रहा है। जिससे निजात पाने का सबसे सरल और सुगम रास्ता पौधरोपण ही है। ।भारत विकास परिषद भागीरथी के अध्यक्ष रमेश मालवीय ने कहा कि वृक्ष हमें शुद्ध हवा ही नहीं देते वह भूमिगत जल की व्यवस्था भी करने के साथ हर जीवधारी का परम मित्र भी हैं उनके बिना जीवों का जीवन असंभव है। श्री मालवीय ने अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का आह्वान किया। महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष एवं कजली गायिका अजीता श्रीवास्तव ने कहा कि एक -एक पौधा अगर इंसान लगाए तो एक ही दिन में सवा सौ करोड़ से अधिक पौधे धरती पर लग जायेंगे। हमें भी अपने आने वाली पीढ़ी के लिए पौधे लगाना चाहिए। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने भी पौधरोपण किया। कार्यक्रम में ललित खंडेलवाल, गोपी मोहन अग्रवाल, नितिन अवस्थी, समीर वर्मा, विनोद केसरवानी, पशुपतिनाथ टंडन, आशीष गुप्ता आदि थे।