आवेदकों को बैंकों द्वारा ऋण नहीं देने पर जताई कड़ी नाराजगी
कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में जिला सलाहकार समिति की बैठक मंगलवार को हुई। जिसमें बैंकों द्वारा आवेदकों को लक्ष्य के अनुरूप ऋण नहीं देने पर कड़ी नाराजगी जताया। उन्होंने कहाकि बैंकों की लापरवाही के चलते जनपद निर्धारित 45 प्रतिशत के लक्ष्य को भी पूरा नहीं कर सका है। उन्होंने कहा कि बैंक जनपद में उद्योग स्थापित करने में सहयोग करें और अधिक से अधिक लोगों को ऋण वितरित करें अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में जिला सलाहकार समिति की बैठक मंगलवार को हुई। जिसमें बैंकों द्वारा आवेदकों को लक्ष्य के अनुरूप ऋण नहीं देने पर कड़ी नाराजगी जताया। उन्होंने कहाकि बैंकों की लापरवाही के चलते जनपद निर्धारित 45 प्रतिशत के लक्ष्य को भी पूरा नहीं कर सका है। उन्होंने कहा कि बैंक जनपद में उद्योग स्थापित करने में सहयोग करें और अधिक से अधिक लोगों को ऋण वितरित करें अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सीडीओ ने किसान क्रेडिट कार्ड, फसली ऋण वितरण की प्रगति, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री फसली बीमा योजना की बिदुवार समीक्षा किया। सीडीओ ने बताया कि कम प्रगति वाले बैंकों को जिलाधिकारी अनुराग पटेल द्वारा सख्त चेतावनी जारी की जा रही है। किसानों को निर्धारित लक्ष्य के अनुसार कम किसान क्रेडिट कार्ड वितरण पर भी कड़ी नाराजगी जताया। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2018-19 में लगभग 80 हजार किसानों को केसीसी ऋण वितरण का लक्ष्य दिया गया था। जिसमें से व्यावसायिक बैंकों द्वारा 63 हजार 905 तथा सहकारी बैंकों द्वारा 16 हजार 95 किसानों को लाभांवित करना था। वित्तीय वर्ष 2018-19 में 31 मार्च तक 94 हजार 427 किसानों को 896.59 करोड़ का फसली ऋण संवितिरत किया गया है।