पेट्रो¨लग कर पुलिस रोकेगी पटाखेबाजी
जनपद पुलिस ने न्यायालय के आदेश पालन करने का फुलप्रूफ प्लान तैयार किया। इसके लिए दिवाली की रात दो घंटे की पुलिसिया कवायद को मिशन टू आवर्स नाम दिया गया है। इस दौरान पुलिस की पेट्रो¨लग तेज हो जाएगी और सभी पिकेट गाड़ियां, पीआरवी वैन और मोटरसाइकिल दस्ते को इस काम में लगाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जनपद पुलिस ने न्यायालय के आदेश पालन करने का फुलप्रूफ प्लान तैयार किया। इसके लिए दिवाली की रात दो घंटे की पुलिसिया कवायद को मिशन टू आवर्स नाम दिया गया है। इस दौरान पुलिस की पेट्रो¨लग तेज हो जाएगी। सभी पिकेट गाड़ियां, पीआरवी वैन, मोटरसाइकिल दस्ते को इस काम में लगाया जाएगा।
उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार दिवाली के अवसर पर रात आठ बजे से 10 बजे तक आतिशबाजी, पटाखा फोड़ने की छूट है। इस आदेश का पालन करने के लिए जिलाधिकारी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने आम लोगों से अपील की है। इसके अलावा पुलिस द्वारा उस दो घंटे के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई गई है। अधिकारियों की मानें तो पुलिस पहले से ही इलाके में बिक्री हुए पटाखे की मात्रा, ज्यादा पटाखे खरीदने वालों की सूची, ज्यादा पटाखेबाजी वाली जगहों का सर्वे किया है। सभी लोगों को इसके लिए जानकारी भी दी जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि दो घंटे के लिए रोजाना की अपेक्षा ज्यादा सक्रिय होगी, चुस्त-दुरूस्त पेट्रो¨लग होगी। इसमें थाने पर प्रयुक्त होने वाले वाहनों के अलावा क्षेत्र में चक्रमण करने वाले पीआरवी वैन, बाइक पिकेट पुलिस को थानाक्षेत्र में सेक्टर के हिसाब से क्षेत्र दिया जाएगा। यहां वे दो घंटों के दौरान लगातार पेट्रो¨लग करते रहेंगे। एसपी शालिनी ने बताया कि नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर अपडेट्स
पुलिस अधिकारियों के अनुसार अपराध पर अंकुश लगाने व आपसी विवादों को बातचीत के माध्यम से सुलह कराने के लिए बनाए गए पुलिस मित्र इस अभियान में सहयोगी बनेंगे। सोशल मीडिया समूह द्वारा पुलिस मित्र अपनी-अपनी जगह से ही पटाखेबाजी का अपडेट्स दे सकेंगे। जिन जगहों पर नियमों का उल्लंघन होगा, वहां पुलिस पहुंचकर उचित कार्रवाई करेगी।
आम लोगों से अपील
'दीपावली का पर्व हर्ष और उल्लास का पर्व है। इसे खुशियों से मनाएं और न्यायालय के आदेश का पालन हो। पुलिस पूरी सतर्कता से आदेश का पालन कराने में जुटेगी और उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई भी की जाएगी।
शालिनी, पुलिस अधीक्षक, मीरजापुर
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'दीपों से जगमगाने वाले पर्व पर शोर वाले पटाखे न ही फोड़े जाएं तो बेहतर है। यह सांस्कृतिक पर्व है और इस दिन हमें एक दूसरे को खुशियां प्रदान करने की कोशिश करनी चाहिए। आखिर पर्यावरण के प्रति भी हमारी जिम्मेदारी है, जिसे हम सभी मिलकर पूरा करना पड़ेगा।'
- डा. योगानंद गिरी, महंत बूढ़ेनाथ
----------------------- 'दीपावली का महत्व दीये, लक्ष्मी पूजन, सरस्वती पूजन आदि से है। साधकों के लिए तो यह पर्व पूरे वर्ष की उर्जा का संचारक बनता है। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि जितना हो सके पटाखों से दूरी बनाई जाए और एक स्वस्थ्य, सुरक्षित और पर्यावरण संरक्षक दिवाली मनाई जाए। '
-विपिन, पुजारी, पंचमुखी महादेव