क्राइम ब्रांच के दारोगा व दो सिपाही निलंबित
क्राइम ब्रांच में तैनात उपनिरीक्षक धनंजय पांडेय व दो सिपाही धर्मवीर यादव मनीष चौबे द्वारा हावड़ा से ग्वालियर जा रही चंबल एक्सप्रेस में बांदा जा रहे दो व्यापारियों से लाखों का सोना लूटने का मामला प्रकाश में आया है। व्यापारी की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह ने दरोगा समेत तीनों पुलिस कर्मियों को पुलिस की छवि धूमिल करने के आरोप में निलंबित कर दिया है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : क्राइम ब्रांच में तैनात उपनिरीक्षक धनंजय पांडेय व दो सिपाही धर्मवीर यादव, मनीष चौबे द्वारा हावड़ा से ग्वालियर जा रही चंबल एक्सप्रेस में बांदा जा रहे दो व्यापारियों से लाखों का सोना लूटने का मामला प्रकाश में आया है। व्यापारी की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह ने दारोगा समेत तीनों पुलिस कर्मियों को पुलिस की छवि धूमिल करने के आरोप में निलंबित कर दिया है। तीनों पर विभागीय जांच बैठा दी है। बताया कि जांच में आरोप सिद्ध होने पर इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने तक की कार्रवाई की जाएगी। इस खबर को दैनिक जागरण ने 29 नवंबर के अंक में पेज नंबर पांच पर 'ट्रेन से सोना ला रहे व्यापारी को दबोचा' शीर्षक से प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। खबर प्रकाशित होते एसपी ने मामले को संज्ञान में लिया। जांच में लूट के आरोप की बात सामने आते ही एसपी ने कार्रवाई की।
पुलिस अधीक्षक से शिकायत में आरोप लगाया गया कि अंश सोनी पुत्र सुशील सोनी व अर्जुन सोनी निवासी काली कुआं थाना काली कुआं एवं राममूरत सोनी पुत्र रामकृपाल सोनी निवासी तिदवारा थाना तिदवारा जिला बांदा जेवरात का आर्डर लेकर ग्राहकों को आभूषण सप्लाई करने का काम करते हैं। इसी सिलसिले में मीरजापुर व्यापारी रामगोपाल सेानी के यहां 26 नवंबर को सोना खरीदने आए थे। 27 को जेवरात लेकर चंबल एक्सप्रेस से बांदा जा रहे थे। इसी दौरान तीन लोग मीरजापुर प्लेटफार्म नंबर तीन पर खड़ी चंबल एक्सप्रेस की बोगी में पहुंच गए, तीनों को पकड़कर नीचे उतार लिया। अपने आपको स्पेशल ब्रांच का पुलिस बताकर प्लेटफार्म से तीनों व्यापारियों को रेलवे कालोनी ले गए। वहां खड़ी सफारी में बैठा लिया। इसके बाद तीनों को पथरहिया ले गए। वहां अर्जुन की जेब में रखा 20 ग्राम का सोने का हार व 22 हजार छीन लिया। वहीं रामसूरत सोनी की जेब में रखा सात ग्राम का झुमका ले लिया। जब इसका विरोध जताया गया तो तीनों पुलिस कर्मियों ने व्यापारियों को मारना पीटना शुरू कर दिया। धमकी दी कि शोर मचाने की कोशिश की तो तुम लोगों को ऐसे मुकमदे में फंसा देंगे जिससे जिदंगीभर जेल में ही सड़ते रहोगे। जंगीरोड पर प्रयागराज जा रही बस पर बैठा दिया। वहां भी धमकी दी कि यहां से सीधे प्रयागराज अपने घर जाना। किसी से कुछ कहे तो अंजाम बुरा हेागा लेकिन व्यापारी नटवां तिराहे पर बस रोकवा नीचे उतर गए और गनेशगंज निवासी रिश्तेदार के घर जाकर आपबीती घटना की जानकारी दी।
इनसेट
नगर के रमईपटटी निवासी एक व्यक्ति की सफेद रंग की सफारी गाड़ी थी जिससे तीनों पुलिस कर्मियों ने घटना को अंजाम दिया था।
इनसेट
पहले लाखों हजम कर चुके हैं क्राइम ब्रांच के कुछ नुमाइंदे
क्राइम ब्रांच में तैनात पुलिसकर्मी बड़े-बड़े कारनामे कर जाते हैं लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगती है। कहीं शिकायत हुई तभी इनका कारनामा प्रकाश में आता है। नहीं तो पलक झपकते ही यह लाखों रुपये गटक जाते हैं। कुछ ऐसा ही मामला कुछ दिनों पहले आया था। जब क्राइम ब्रांच की कुछ सिपाहियों ने लाखों रुपये के हेरोइन लेकर जा रहे एक तस्कर को पकड़ा था। जिसका खुलासा करने की बजाय सिपाही मामले को दबा गए और आरोपित को छोड़कर मादक पदार्थ को जब्त कर लिया। जिसे कुछ दिनों बाद नगर निवासी एक व्यक्ति के यहां लाखों रुपये में बेचकर उसका रुपया हजम कर गए। यह सब कुछ तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के समय हुआ था।
वर्जन
क्राइम ब्रांच में तैनात एक दारोगा समेत तीन पुलिस कर्मियों को पुलिस की छवि धूमिल करने के आरोप में निलंबित किया गया है। मामले की जांच सीओ नगर को सौंप दी गई है। जांच में दोषी मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- डा. धर्मवीर सिंह पुलिस अधीक्षक