फर्जी आइडी से भेजे अश्लील मैसेज, गिरफ्तार
जान पहचान की एक लड़की से बदला लेने के लिए फर्जी आइडी बनाने व अश्लील मैसेज भेजने के आरोप में पुलिस ने युवक को गिरफ्तार किया। पुलिस की मानें तो लड़की से आरोपित की दोस्ती थी लेकिन बाद में बिना किसी कारण लड़की ने उसे दूसरे लड़के से पिटवा दिया। इसका बदला लेने व लड़की को सबक सिखाने के लिए उसने सोशल मीडिया पर फर्जी आइडी बनाई व रिश्तेदारों को अश्लील मैसेज भेजे।
जासं, मीरजापुर : एक लड़की से बदला लेने के लिए फर्जी आइडी बनाने व अश्लील मैसेज भेजने के आरोप में पुलिस ने युवक को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह ने बताया कि लड़की से आरोपित की दोस्ती थी लेकिन बाद में बिना किसी कारण लड़की ने उसे दूसरे लड़के से पिटवा दिया। बदला लेने व लड़की को सबक सिखाने के लिए उसने सोशल मीडिया पर फर्जी आइडी बनाई व रिश्तेदारों को अश्लील मैसेज भेजे।
आरोप है कि युवक शिव मिश्रा पुत्र पंजाबी मिश्रा निवासी जगतपुरी कालोनी, कटरा कोतवाली ने युवती के सोशल मीडिया अकाउंट को हैक कर फर्जी आइडी बनाई व अश्लील मैसेज भेजे। पीड़िता ने कटरा कोतवाली में दस दिसंबर 2019 को मुकदमा पंजीकृत कराया था। आरोप है पीड़िता व उसकी लड़कियों के नाम से फर्जी आइडी बनाकर उनकी फोटो लगाकर रिश्तेदारों के मोबाइल पर मैसेज भेजता था। आरापित अश्लील वीडियो भी पोस्ट करता व धमकी देता था। परेशान पीड़िता ने पुलिस से मदद मांगी। प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह ने बताया कि यह इसलिए भी महत्वपूर्ण केस है क्योंकि किसी के जान पहचान के लोग भी इस तरह के काम कर सकते हैं, इसलिए सावधान रहना चाहिए। बताया कि आरोपित के पास से तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में कटरा कोतवाली प्रभारी रमेश यादव, चौकी प्रभारी मुकेरी बाजार आलोक कुमार सिंह, साइबर सेल प्रभारी मानवेंद्र सिंह सहित सर्विलांस सेल टीम शामिल रही।
साइबर व सर्विलांस सेल ने पकड़ा
पीड़िता की शिकायत मिलने के बाद पुलिस साइबर सेल व सर्विलांस सेल ने आरोपित के मोबाइल को ट्रेस करना शुरू किया। सर्विलांस टीम ने पोस्ट के समय आरोपित के मोबाइल की लोकेशन को पकड़ा। साथ ही साइबर सेल ने सभी पोस्ट की जांच पड़ताल की। गुरुवार को दोपहर करीब एक बजे मुकेरी बाजार के इमरती रोड पेट्रोल पंप से आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया।
सोशल मीडिया का प्रयोग सतर्कता से
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सोशल मीडिया का प्रयोग सतर्कता से करनी चाहिए। ज्यादातर मामलों में जान पहचान के लोग ही परेशानी का कारण बनते हैं। अपने आइडी, पासवर्ड व अन्य कोडवर्ड की बातें किसी से भी शेयर नहीं करनी चाहिए। इस प्रकरण में भी गिरफ्तार आरोपित जान पहचान का ही है।