दो बेड वाले पीएचसी में बढ़ रही मरीजों की संख्या
गरमी व लू के चलते ग्रामीण इलाकों में डायरिया उल्टी व दस्त के मरीज बढ़ते ही जा रहे है। ऐसे में अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह तक नहीं बच रही है। वही चिकित्सक बेड के अभाव में खुले में उपचार करने को विवश हैं।
जागरण संवाददाता, पटेहरा (मीरजापुर) : गरमी व लू के चलते ग्रामीण इलाकों में डायरिया, उल्टी व दस्त के मरीज बढ़ते ही जा रहे है। ऐसे में अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह तक नहीं बच रही है। वही चिकित्सक बेड के अभाव में खुले में उपचार करने को विवश हैं। वही ग्रामीाों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बेड की संख्या नहीं बढ़ा रहा है। पटेहरा पीएचसी का हाल इस समय बेहाल है। क्षेत्र के लोगों ने बेड बढ़ाने की मांग की है।
पटेहरा विकास खंड की मुख्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मात्र दो बेड की व्यवस्था है। भर्ती वाले रूम में ही एक अतिरिक्त बेड डाल कर संख्या बढ़ाया गया है कितु अब वह भी कम पड़ रहा है। यद्यपि जाड़े के दिनों में टीन शेड के नीचे भी दो अतिरिक्त बेड रखे है। जिनमे तपती धूप में इलाज जोखिम भरा काम है। मरीजो के साथ आए तिमारदार भी अपने मरीज को तत्काल इलाज कराने हेतु बेड बढ़ाने की मांग कर बैठते है। ऐसे में चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी कोई जवाब नहीं दे पा रहे है -वर्जन
बेड बढ़ाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग को प्रभारी डा.एसपी गुप्ता द्वारा पत्र लिखा गया है इसके लिए मुख्य रूप से इस अस्पताल के लिए जगह की कमी आड़े आ रही है। अतिरिक्त हाल की संख्या आवश्यकता आ गई है जिसमे कम से कम 10 बेड डाले जा सकें।
डा. वाजिद जमील, प्रभारी द्वितीय पीएचसी पटेहरा।
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