एनपीआरसी नहीं आदर्श शिक्षक अब देंगे एसएमसी का प्रशिक्षण
नवगठित एसएमसी (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) के सदस्यों को प्रशिक्षण इस बार एनपीआरसी (न्याय पंचायत समन्वयक) नहीं बल्कि संबंधित विद्यालय के शिक्षक ही देंगे। इन शिक्षकों को उनके विकास खंड क्षेत्र के आदर्श शिक्षक तथा इन आदर्श शिक्षकों को जिला स्तर पर मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षित करेंगे।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : नवगठित एसएमसी (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) के सदस्यों को प्रशिक्षण इस बार एनपीआरसी (न्याय पंचायत समन्वयक) नहीं बल्कि संबंधित विद्यालय के शिक्षक ही देंगे। इन शिक्षकों को उनके विकास खंड क्षेत्र के आदर्श शिक्षक तथा इन आदर्श शिक्षकों को जिला स्तर पर मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षित करेंगे।
समग्र शिक्षा अभियान के तहत एसएमसी की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गई है। अब परिषदीय विद्यालय संबंधी अधिकतर कार्य इन एसएमसी से ही हो रहे हैं। ऐसे में इस कमेटी के सदस्यों को अपने कर्तव्यों व अधिकारों की जानकारी होना बहुत ही महत्वपूर्ण हो गया है। शासन ने इस बात को ध्यान में रखते हुए अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में लखनऊ में प्रदेश के सभी जिलों के डीसी कम्युनिटी को प्रशिक्षित किया था। इनको मास्टर ट्रेनर बनाकर संबंधित जिले में भेजा गया है ताकि वे वहां पर जाकर डाउनलाइन में लोगों को प्रशिक्षित करें। जिला स्तर पर बीएसए कार्यालय में एक निर्धारित तिथि को प्रत्येक विकास खंड से दो आदर्श शिक्षकों को एसएमसी के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके बाद ये प्रशिक्षित आदर्श अध्यापक अपने विकास खंड में जाकर प्रत्येक एसएमसी के अध्यक्ष अथवा सचिव को एक दिवसीय प्रशिक्षण देंगे और ये अध्यक्ष या सचिव अपने अपने विद्यालयों में जाकर 15 सदस्यीय समिति को प्रशिक्षित करेंगे।
उपभोग के बाद जारी होगा बजट
प्रशिक्षण के मद में आने वाला बजट उपभोग प्रमाणपत्र के बाद संबंधित एसएमसी के खाते में स्थानांतरित किया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद समिति उपभोग या प्रशिक्षण प्रमाणपत्र देगी। उसके बाद प्रशिक्षण का धन अवमुक्त किया जाएगा। ऐसा वित्तीय मामले में पारदर्शिता लाने के लिए किया गया है।
वर्जन ...
परियोजना को प्रशिक्षण में काफी शिकायतें मिल रही थीं। इसलिए इस बार से एनपीआरसी की जगह आदर्श शिक्षकों को प्रशिक्षण का कार्यभार सौंपा गया है। इससे कार्य में पारदर्शिता बनी रहेगी।
- चंद्रशेखर आजाद, डीसी कम्युनिटी, बीएसए कार्यालय, मीरजापुर ।