नोटिस के बाद भी तालाब से नहीं हटा अतिक्रमण
जागरण संवाददाता, कैलहट (मीरजापुर): कैलहट गांव में स्थित तालाब अतिक्रमण के चलते पटता जा रहा है। प्रशा
जागरण संवाददाता, कैलहट (मीरजापुर): कैलहट गांव में स्थित तालाब अतिक्रमण के चलते पटता जा रहा है। प्रशासन की उदासीनता के चलते तालाब का अस्तित्व खतरे में पड़ चुका। तीन तरफ से आबादी से घिरे होने के कारण तालाब पर अतिक्रमण की समस्या गंभीर है। यह तीन बीघा एवं 13 बिस्वा में फैला है लेकिन अतिक्रमण के कारण वर्तमान में सिकुड़ कर लगभग सवा दो बीघे का रह गया है। यहां तक अतिक्रमणकारियों को सरकार की तरफ से दो बार नोटिस भी दी जा चुकी है। इसके बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया।
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद राज्य सरकार द्वारा तालाबों से अतिक्रमण हटाने के लिए शासनादेश जारी किया गया और अभियान भी चलाया गया। जिसके तहत तालाब की सम्पूर्ण रकबे की नापी भी कराई गई है। परंतु प्रशासन के ढुलमुल व सुस्त रवैये से अभी तक अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया जा सका है।तालाब का पानी अत्यधिक दूषित व दुर्गंध ग्रामीण त्रस्त है और संक्रमण से बीमारियाँ फैलने की आशंका बनी हुई है। मालूम हो कि एक तो अतिक्रमण के चलते तालाब का दायरा सिकुड़ता जा रहा है वही किसी भी तरफ़ से पानी की आमद न होने से गर्मी के मौसम में तालाब में पानी काफी कम हो गया है। कई वर्षों से तालाब की सफाई न होने से उसमें फेंके गए कूडे़ करकट से पानी दूषित हो चुका है। वर्तमान समय में अतिक्रमणकारियों द्वारा तालाब के दक्षिणी छोर पर तेजी से अतिक्रमण किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा तालाब पर अतिक्रमण कि अनदेखी पर गांव के लोगों में रोष व्याप्त है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गुलाब ¨सह ने बताया कि अतिक्रमण हटाने हेतु दो बार उप जिलाधिकारी चुनार को पत्रक दिया जा चुका है, परंतु अभी तक कोई कारवाई होती नहीं दिख रही है। उन्होंने बताया कि अतिक्रमण हटने के पश्चात तालाब को गहरा करा कर साफ पानी भरवाने और सुन्दरीकरण कराने का प्रस्ताव भेजा गया है।