किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त करने की आवश्यकता : प्रो. पंजाब सिंह
जागरण संवाददाता सीखड़ (मीरजापुर) आज देश में विभिन्न खाद्यान्न फसलों फलों एवं सब्जियों के उ
जागरण संवाददाता, सीखड़ (मीरजापुर) : आज देश में विभिन्न खाद्यान्न फसलों, फलों एवं सब्जियों के उत्पादन की समस्या नहीं है, परंतु किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त करने की आवश्यकता है। इसके लिए कृषि विविधीकरण, मूल्यसंवर्धन एवं खुले बाजार की उपलब्धता, कृषि उत्पादों को क्षति से बचाने के लिए शीतगृहों की सुविधा विकसित करने की आवश्यकता है। यह विचार बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो. पंजाब सिंह ने बुधवार को अदलपुरा स्थित भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में आयोजित किसान दिवस के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि किसानों को इच्छा शक्ति दिखाने की आवश्यकता है, जिससे कृषि को व्यवसाय एवं उद्यम का रूप दिया जा सके और सरकार की योजनाओं का लाभ लेते हुए वह अपनी आय दोगुनी कर सकें।
भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में एसबीआइ के सहयोग से किसान दिवस का आयोजन किया गया। विशिष्ट अतिथि एसबीआइ लखनऊ के प्रबंधक आलोक कुमार सिन्हा ने कहा कि स्टेट बैंक अपनी स्थापना के समय से लेकर आज तक अनवरत रूप से किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करता रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को किसान उत्पादन संगठन बनाना चाहिए। इससे उन्हें बैंक द्वारा आसानी से आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके। निदेशक डा. जगदीश सिंह ने कहा कि कोविड-19 के दौर में कृषि एक सफल लाभकारी उद्यम के रूप में उभरा है। उत्तर प्रदेश में किसान उत्पादन संगठनों की वर्तमान स्थिति की चर्चा करते हुए, संरक्षित दशा में सब्जी उत्पादन, मूल्य सवंर्धन एवं प्रसंस्करण इकाई की आधारभूत संरचना की स्थापना हेतु सरकारी एवं बैंकीय वित्तीय सहायता प्राप्त करने की दशा व दिशा पर विस्तृत परिचर्चा किया। इस दौरान क्षेत्रीय प्रबंधक हर्षवर्धन सिंह, उप क्षेत्रीय प्रबंधक हिमांशु शेखर, शाखा प्रबंधक अभिषेक सिंह यादव ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर मीरजापुर, सोनभद्र, वाराणसी, गाजीपुर, चंदौली एवं पन्ना (मध्य प्रदेश) के किसान एवं किसान उत्पादक संगठनों के निदेशक, प्रबंधक एवं संस्थान के विभागाध्यक्ष और अन्य वैज्ञानिक उपस्थित थे।