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नानक जग माहि पाठ पठाया, कल तारन गुरु नानक आया..

सिक्खों के प्रथम गुरु श्रीगुरुनानक देव महाराज का 550वां प्रकाश पर्व रविवार को गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब चुनार में धूमधाम से मनाया गया। सतगुरु नानक परगटिया मिटी धुंध जग चाणन होआ... व नानक जग माहि पाठ पठाया कल तारन गुरु नानक आया... आदि शबदों की प्रस्तुति ने यह संदेश दिया कि जग में व्याप्त अज्ञानता के अंधेरे को दूर करने के लिए ही गुरुनानक देवजी प्रकट हुए थे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Nov 2019 08:33 PM (IST)Updated: Sun, 24 Nov 2019 08:33 PM (IST)
नानक जग माहि पाठ पठाया, कल तारन गुरु नानक आया..
नानक जग माहि पाठ पठाया, कल तारन गुरु नानक आया..

जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : सिक्खों के प्रथम गुरु श्रीगुरुनानक देव महाराज का 550वां प्रकाश पर्व रविवार को गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब चुनार में धूमधाम से मनाया गया। सतगुरु नानक परगटिया मिटी धुंध जग चाणन होआ... व नानक जग माहि पाठ पठाया, कल तारन गुरु नानक आया... आदि शबदों की प्रस्तुति ने यह संदेश दिया कि जग में व्याप्त अज्ञानता के अंधेरे को दूर करने के लिए ही गुरुनानक देवजी प्रकट हुए थे। इस अवसर पर आकर्षक ढंग से सजाए गए गुरु दरबार में विविध कार्यक्रमों का आयोजन हुआ और गुरुवाणी सुनकर कर उपस्थित संगत निहाल हो गई। साथ ही मुगलसराय, रावर्टसगंज, अहरौरा, मीरजापुर से पधारी संगत ने कीर्तन के माध्यम से गुरु महाराज को याद करते हुए उनको संसार में प्रेम, सछ्वाव, एकता और समानता का उपदेशक बताया।

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सुबह दस बजे अखंड पाठ साहिब की समाप्ति के उपरांत बड़ा दीवान सजाया गया और मुगलसराय से पधारे गुरुद्वारा मुगलसराय के हजूरी रागीजत्था भाई जयपाल सिंह, भाई प्रदीप सिंह व भाई अमित सिंह द्वारा गुरुग्रंथ साहिब की हजूरी में प्रस्तुत शबद कीर्तन सुनकर संगत निहाल हुई। मुगलसराय के जसप्रीत सिंह ने गुरुजी के जीवन चरित्र के बारे में विस्तार से बताते हुए उनकी दी गई सीख पर चलने का आह्वान किया। सुजान सिंह ने भी शबद कीर्तन किया। भाई विष्णु सिंह ने अरदास की। कथा कीर्तन के उपरांत गुरु के अटूट लंगर का आयोजन किया गया जिसमें भक्तों ने पंगत में बैठकर लंगर छका। कार्यक्रम संचालन ज्ञानी विष्णु सिंह ने किया। दोपहर बाद गुरु ग्रंथ साहब की सवारी के साथ टेकौर से नगर कीर्तन (शोभा यात्रा) निकाली गई। जिसमें गुरुग्रंथ साहब की सवारी के आगे पंज प्यारे हाथ में नंगी तलवार लिए चल रहे थे। बैंड बाजे की वाहेगुरु की धुन के साथ मीरजापुर से आई खालसा गतका पार्टी द्वारा नंगी तलवार एवं ढ़ाल के करतबों सहित सीने पर पत्थर रख कर उसे घन चला कर तोड़ना व अन्य हैरतअंगेज युद्ध कौशल देख कर देख दर्शकों ने दांतों तले अंगुली दबा ली। नगर कीर्तन में सरदार जगजीत सिंह, अध्यक्ष चतरपाल सिंह, उपाध्यक्ष दविदर सिंह, हरजीत सिंह, महेंद्र सिंह, सतिदरपाल सिंह, हरप्रीत सिंह आदि व्यवस्था में लगे रहे। सुरक्षा व्यवस्था में प्रभारी निरीक्षक चुनार मयफोर्स चक्रमण करते रहे।


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