मीरजापुर में जिंदा काे मृतक दिखाकर अभिलेखों में दर्ज कराया नाम, डीएम ने दिए एफआइआर के निर्देश
जिंदा व्यक्ति काे मृतक दिखाकर अभिलेखों में गलत ढंग से नाम चढ़ाने को जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने उप जिलाधिकारी सदर चंद्रभान सिंह को जांचकर आख्या उपलब्ध कराने का निर्देश दिया और शिकायत सही मिलने पर दोषियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराने को कहा।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जिंदा व्यक्ति काे मृतक दिखाकर अभिलेखों में गलत ढंग से नाम चढ़ाने को जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने उप जिलाधिकारी सदर चंद्रभान सिंह को जांचकर आख्या उपलब्ध कराने का निर्देश दिया और शिकायत सही मिलने पर दोषियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराने को कहा। उप जिलाधिकारी की जांच में मामला सही पाया गया कि जिंदा काे मृतक दिखाकर अभिलेखों में गलत तरीके से नाम दर्ज कराया गया है। डीएम ने आश्वासन दिया कि किसी भी पीड़ित के साथ अन्याय नहीं होगा।
पडरी थाना के ग्राम कनौरा निवासी मुरली साहनी पुत्र स्व. राम आधार ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसके नाना स्व. उदय चंद निवासी ग्राम कनौरा, तहसील सदर ने अपने जीवन काल में एक किता रजिस्टर्ड वसीयतनामा दिनांक 19-6-1996 को उनकी माता कबूतरी देवी के पक्ष में किया था।
माता कबूतरी देवी की मृत्यु के बाद उसके दोनों भाई राजेंद्र प्रसाद व कन्हैया लाल ने माता के वसीयतनामा के आधार पर तहसीलदार सदर, न्यायिक के न्यायालय में वाद योजित किया, जिसमें मुरली साहनी को मृतक दिखा कर गलत ढंग से अपना नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज करा लिया गया।
वहीं मुरली डीएम के सामने खड़े होकर गुहार लगाता रहा कि वह जिंदा है और आपके सामने खड़ा है। इस प्रकरण को जिलाधिकारी ने गंभीरता से लिया और उप जिलाधिकारी सदर को जांचकर आख्या उपलब्ध कराने काे कहा। उप जिलाधिकारी की जांच में शिकायतकर्ता की बात सही मिली। इस पर डीएम ने दोषियों के विरूद्ध एफआइआर दर्ज कर नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया।