मानसून ने दी दस्तक, खुले में रखा 22 हजार टन गेहूं
जनपद में बुधवार को मानसून ने दस्तक दे दी कई भागों में बरसात भी हुई। मानसून के दस्तक देते ही क्रय केंद्र प्रभारियों की बेचैनी और परेशानी बढ़ गई। एफसीआई द्वारा खरीदे गए गेहूं को उतारा नहीं जा रहा है जिससे जनपद के क्रय केंद्रों पर 22 हजार टन गेहूं खुले में रखा है। एफसीआई द्वारा गेहूं को नहीं उतरवाने के चलते यह परेशानी उत्नन्न हो रही हैं। एफसीआई की यह लापरवाही क्रय केंद्र प्रभारियों और खरीदे गए गेहूं पर भारी पड़ सकती है और गेहूं के भीगने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जनपद में बुधवार को मानसून ने दस्तक दे दी, कई भागों में बरसात भी हुई। मानसून के दस्तक देते ही क्रय केंद्र प्रभारियों की बेचैनी और परेशानी बढ़ गई। एफसीआई द्वारा खरीदे गए गेहूं को उतारा नहीं जा रहा है, जिससे जनपद के क्रय केंद्रों पर 22 हजार टन गेहूं खुले में रखा है। एफसीआई द्वारा गेहूं को नहीं उतरवाने के चलते यह परेशानी उत्नन्न हो रही हैं। एफसीआई की यह लापरवाही क्रय केंद्र प्रभारियों और खरीदे गए गेहूं पर भारी पड़ सकती है और गेहूं के भीगने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
किसानों की समस्या को देखते हुए शासन द्वारा गेहूं खरीदने की समय सीमा को बढ़ा दिया गया है, अब क्रय केंद्रों पर किसान आगामी 25 जून तक अपना गेहूं बेंच सकते हैं। वर्तमान समय में विध्याचल मंडल में बने 200 क्रय केंद्रों पर निर्धारित लक्ष्य एक लाख 87 हजार 500 एमटी के सापेक्ष अब तक एक लाख 49 हजार 242 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। केंद्रों पर खरीदे गए गेहूं को रखने के लिए जगह तक नहीं बची है। बावजूद इसके भारतीय खाद्य निगम द्वारा खरीदे गए गेहूं को उतारने में काफी लापरवाही बरती जा रही है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजीत कुमार त्रिपाठी ने मंगलवार को सभी क्रय केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिया कि क्रय केंद्रों पर भंडारण की समुचित व्यवस्था कर लें। अथवा किसी सुरक्षित स्थान पर गेहूं रखवाना दे। बरसात का मौसम शुरु हो रहा है। गेहूं भीगने पर संबंधित क्रय केंद्र प्रभारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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