केजीएमयू में कैंसर मरीज में कोरोना, रेडिएशन मशीन बंद
जासं लखनऊ केजीएमयू के रेडियोथेरेपी विभाग में मरीज की सिंकाई होती रही। इस दौरान डॉक्टर को क
जासं, लखनऊ : केजीएमयू के रेडियोथेरेपी विभाग में मरीज की सिंकाई होती रही। इस दौरान डॉक्टर को कोरोना के संदिग्ध लक्षण दिखे। लिहाजा, जाच के लिए सैंपल भेजा गया। उसमें वायरस की पुष्टि होने पर हड़कंप मच गया। रेडियोथेरेपी की मशीन बंद कर दी गई। दूर-दराज से आए तमाम रोगियों को वापस जाना पड़ा।
मिर्जापुर निवासी 29 वर्षीय महिला में स्तन कैंसर था। उसने रेडियोथेरेपी विभाग में दिखाया। डॉक्टर ने महिला को रेडिएशन की 10 सेटिंग देने का फैसला किया। स्कैनिंग के दरम्यान उसमें कोरोना के लक्षण नहीं दिखे। लिहाजा, महिला का इलाज शुरू कर दिया गया। मंगलवार को महिला रेडिएशन के लिए फिर आई। इस दौरान उसमें कोरोना के संदिग्ध लक्षण का आभास हुआ। डॉक्टरों ने महिला का सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए भेज दिया। वहीं, शताब्दी भवन में लगी लीनियर एक्सेलेरेटर मशीन पर उसे रेडिएशन की डोज दे दी। मंगलवार रात को महिला में वायरस की पुष्टि हुई। इसके बाद बुधवार सुबह विभाग पहुंचे स्टाफ में अफरातफरी मच गई। ऐसे में मशीन को सैनिटाइज करने के लिए बंद कर दिया गया। लिहाजा, राजधानी समेत गैर जनपदों से दौड़कर आए कैंसर पीड़ितों को वापस जाना पड़ा। उनकी रेडियोथेरेपी नहीं की जा सकी है। पांच स्टाफ, दो मरीज संपर्क में आए
संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक, संस्थान में तीन रेडिएशन की मशीनें हैं। दो कोबाल्ट व एक लीनियर एक्सेलेरेटर मशीनें हैं। तीनों पर रोज 150 मरीजों को रेडियोथेरेपी दी जाती है। वहीं, लीनियर एक्सेलेरेटर मशीन पर 35 मरीजों को रेडिएशन दिया जाता है, जो बुधवार को सैनिटाइज होने की वजह से नहीं दिया जा सका। गुरुवार को मशीन शुरू कर दी जाएगी। इस बार शनिवार को भी रेडिएशन मशीन चलाई जाएगी। संक्रमित मरीज के संपर्क में पाच स्टाफ व दो मरीज आए हैं। उनकी सैंपलिंग कराकर जाच कराई जा रही है। संक्रमित मरीज को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया गया है। उधर, कर्मियों के घर-हॉस्टल पहुंचने से उनमें भी संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है।