जेल से रची गई थी जीबनेंदु हत्याकांड की साजिश
जागरण संवाददाता मीरजापुर चुनार स्थित कंपनी के टेक्निकल डायरेक्टर जीबनेंदु हत्याकांड
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : चुनार स्थित कंपनी के टेक्निकल डायरेक्टर जीबनेंदु हत्याकांड की साजिश वाराणसी जेल से रची गई थी। गैंग लीडर अशोक यादव व मनीष सिंह ने हत्या का खाका तैयार किया था। अशोक के वाराणसी जेल में बंद होने के कारण मनीष खुद गोली मारने के लिए 27 सितंबर की रात भानु यादव, विक्रम यादव, भोनु यादव के साथ चुनार आया था। वारदात को अंजाम देने के बाद मनीष चुनार पक्का पुल से जीटी रोड के रास्ते वाराणसी भाग गया था। जबकि भानु यादव, विक्रम चंदौली फरार हो गए थे। वहीं भोनु यादव व अनिल चुनार में ही थे।
वाराणसी के सिरगोवर्धन थाना लंका निवासी अशोक यादव एक शातिर बदमाश है। उसके ऊपर लंका सहित अन्य थानों पर हत्या, लूट सहित कई धाराओं में मुकदमा पंजीकृत है। किसी की भी सुपारी लेकर हत्या कर देना या लूट की वारदात को अंजाम देना उसके लिए बाएं हाथ का खेल है। चुनार निवासी भानु यादव उर्फ अजीत, भोनु उर्फ अजय यादव व विक्रम यादव उस गैंग के शूटर हैं, जो अशोक के इशारे पर हत्या, रंगदारी एवं लूट की वारदातों को अंजाम देते हैं। चुनार कंपनियों के कुछ कर्मचारियों का संपर्क इन बदमाशों से है, जो पूर्व में इनको रंगदारी मुहैया कराते थे लेकिन उनके पद से हटते ही बदमाशों को मिलने वाली सुविधा बंद हो गई। कर्मचारियों से उनका संपर्क तो रहा लेकिन वे कुछ कर नहीं पा रहे थे। इससे अशोक और मनीष काफी नाराज थे। कर्मचारियों से कोई रास्ता निकालने की बात कहने पर उन्होंने बताया कि जो लोग वर्तमान में तैनात हैं उनको किसी तरह से उनके पद से हटवाना पड़ेगा। तब अशोक और मनीष ने जीबनेंदु को फोन कर रंगदारी देने को कहा लेकिन वह तैयार नहीं हुआ। कोई रास्ता निकलता न देख अशोक और मनीष ने जीबनेंदु रथ को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। जेल से इन लोगों ने जीबनेंदु के हत्या की साजिश रची और अपने शूटरों के माध्यम से वारदात को अंजाम दिया। अजीत उर्फ भानु पर दर्ज है चार गंभीर मामले
चुनार कोतवाली क्षेत्र के धौहा गांव निवासी अजीत उर्फ भानु यादव के विरुद्ध चुनार कोतवाली में चार गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2018 में इसके ऊपर मारपीट, 2020 में हत्या, जानलेवा हमला व रंगदारी के दो मुकदमें दर्ज हैं।