बजट के अभाव में यात्री आश्रय स्थल निर्माण अधूरा
छानबे क्षेत्र में आइ स्पर्श गांव नगवासी में बजट के अभाव में निर्माणाधीन यात्री आश्रय स्थल आधा अधूरा पड़ा हुआ है। जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि निजाम बदलने के बाद से निर्माण कार्य खटाई में पड़ गई और बजट न मिलने कारण भवन आधा अधूरा है।
जागरण संवाददाता, जिगना (मीरजापुर) : छानबे क्षेत्र में आइ स्पर्श गांव नगवासी में बजट के अभाव में निर्माणाधीन यात्री आश्रय स्थल आधा अधूरा पड़ा हुआ है। जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि निजाम बदलने के बाद से निर्माण कार्य खटाई में पड़ गई और बजट न मिलने कारण भवन आधा अधूरा है। क्षेत्र के लोगों ने इस संबंध में जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराया लेकिन आज तक इस तरफ किसी ने ध्यान देने की जरुरत नहीं समझी। ग्रामीणों का आरोप है कि चुनाव के दौरान सभी दल के नेता आते है लेकिन वादा कर चले जाते है और फिर वादा ही वादा रह जाता है।
छानबे क्षेत्र के नगवासी गांव को वर्ष 2013 में सपा शासन काल में आइ स्पर्श गांव घोषित कर दिया गया था। साथ ही गांव के चहुंमुखी विकास हेतु पहली किश्त का बजट भी निर्गत कर दिया गया था। जिसमे ग्राम पंचायत में यात्री आश्रय स्थल का निर्माण भी शामिल था। उक्त आश्रय स्थल निर्माण की जिम्मेदारी समाज कल्याण निगम को दी गई। जिस पर बीस लाख रुपये खर्च कर आश्रय स्थल का निर्माण होना था। सपा शासन में आश्रय स्थल निर्माण हेतु पहली किश्त के तौर पर दस लाख रुपये भी निर्गत कर दिए गए लेकिन आज भवन दूसरी किश्त का इन्तजार कर रहा है और आधा अधूरा भवन ग्रामीणो के लिए छलावा साबित हो रहा है। ग्राम प्रधान नगवासी नितिका शुक्ला का कहना है कि बजट के अभाव में यात्री आश्रय स्थल आधा अधूरा है। गांव में सीसी रोड का निर्माण दस किलोमीटर होना था जिसके लिए 3.60 करोड़ रुपये सपा शासन में स्वीकृत थे। जिसमें महज साढे चार किमी ही सीसी रोड का निर्माण हुआ बाकी धन आज तक नहीं आया। जिससे गांव का चहुमुखी विकास नहीं हो पा रहा है जो कि जनहित में होना बहुत जरुरी है। ----------वर्जन
नगवासी आइ स्पर्श गांव में यात्री आश्रय स्थल पर दस लाख खर्च किया गया है, शेष बजट नहीं आने से काम बंद है। धन के लिए शासन को पत्र लिखा गया है।
ऋषि नारायण, जेई, समाज कल्याण निर्माण निगम।