डैमों पर स्थापित होंगे हाईटेक सूचना केंद्र
जागरण संवाददाता, मीरजापुर: मंडलायुक्त मुरलीमनोहर लाल ने कहा है कि वर्षा ऋतु में ¨सचाई बांधों में अधि
जागरण संवाददाता, मीरजापुर: मंडलायुक्त मुरलीमनोहर लाल ने कहा है कि वर्षा ऋतु में ¨सचाई बांधों में अधिक जल आने तथा उसे छोड़ने पर किसी अप्रिय स्थिति की निगरानी को हाईटेक किया जा रहा है। हर बांधों पर टेक्निकल स्टाफ तो रहेगा ही साथ ही विविध सूचना केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इन केंद्रों पर वायरलेस स्टेशन, टेलीफोन, ई-मेल, फैक्स उपलब्ध होंगे ।
मध्यप्रदेश एवं मंडल के दो जनपदों के वरिष्ठ प्रशासनिक और ¨सचाई विभाग के अधिकारियों के साथ हुई संयुक्त बाढ़ नियंत्रण समिति की बैठक में आयुक्त ने कहा अदवां डैम, मेजा डैम तथा सिरसी के कैचमेंट एरिया (जल संग्रहण क्षेत्र) में अधिक पानी बरसने पर उसे बेलन नदी में छोड़ा जाता है जो मध्यप्रदेश के चाकघाट क्षेत्र में जाकर टमस नदी से मिलने वाली उत्तर प्रदेश की टोंस नदी के जरिए गंगा नदी में जाता है। इस पानी से मध्यप्रदेश के 70 तथा उत्तर प्रदेश के कोरांव (इलाहाबाद) के क्षेत्र के निचले स्तर पर स्थित 20 गांवों में खतरा उत्पन्न होने की संभावना रहती है। यहां से पानी छोड़ने में विशेष ध्यान दिया जाए क्योंकि यहां से चाकघाट पानी जाने में 15 घंटे लग जाता है। इसलिए इसकी रफ्तार धीमी भी की जा सकती है। यदि हर जगह भीषण वर्षा है तो समय से उक्त प्रभावित ग्रामों को एलर्ट किया जाएगा ताकि बचाव समय से हो सके । कमिश्नर ने डाउन स्ट्रीम पर वर्षा मापी केंद्र स्थापित किए जाने का निर्देश दिया । उन्होंने अधिक वर्षा और बाढ़ की नौबत आने पर कंटीजेंसी प्लान बनाने का भी निर्देश दिया ।