पुलि¨सग कम्युनिटी सेंटर में छात्राओं को नहीं मिल रही सुविधा
राजगढ़ (मीरजापुर) : नक्सल क्षेत्र के राजगढ़ पंचायत भवन में संचालित पुलि¨सग कम्युनिटी सेंटर प्रशास
राजगढ़ (मीरजापुर) : नक्सल क्षेत्र के राजगढ़ पंचायत भवन में संचालित पुलि¨सग कम्युनिटी सेंटर प्रशासनिक अनदेखी के चलते दिखावा साबित हो रहा है। केंद्र में मशीने खराब पड़ी है, छात्राएं अपने पैसों से धांगा खरीदकर सिलाई-कढ़ाई सीखने को विवश है। क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि शासन द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवा-युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए भारी-भरकम बजट आता है लेकिन धरातल पर पता नहीं चलता है। क्षेत्र के लोगों ने नक्सल क्षेत्र में युवतियों को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मदद करने की मांग की है।
पुलि¨सग कम्युनिटी सेंटर 2010-11 में सिलाई-कढ़ाई एवं बुनाई प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की तत्कालीन जिलाधिकारी राजेश कुमार ¨सह ने फीता काटकर उद्घाटन किया था। एक वर्ष तक शासन द्वारा सहयोग मिला लेकिन इसके बाद आज तक कोई भी अधिकारी कम्युनिटी सेंटर में झांकने तक नहीं आया। ट्रेनर मोहम्मद शकील अहमद ने बताया कि किसी तरह जुगाड़ करके लड़कियों को सिलाई-कढ़ाई एवं बुनाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशासन का कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। सिलाई मशीनों में तेल धागा और मशीन की मरम्मत का पूरा खर्च खुद वहन करना पड़ता है। क्षेत्र की सैकड़ों लड़कियां यहां से सिलाई कढ़ाई सीख कर अपना काम कर रही है लेकिन किसी को भी आज तक कोई प्रमाण पत्र नहीं मिला है। जिससे सरकार की योजनाएं कागज पर चल रही हैं। बताया कि 13 महीने से मानदेय भी नहीं मिल रहा है। ट्रेनर सुनीता देवी ने कहा कि मानदेय न मिलने से घर का खर्चा नहीं चल रहा है और दूसरी तरफ युवतियों को सिखाने के लिए अपने पास से या लोगों से मांग कर किसी तरह काम चलाया जा रहा है। कई बार पत्र दिया गया लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और ना ही कभी अधिकारी मौके का मुआयना करने आए।
शकील अहमद ने बताया कि दौ सौ के पार लड़कियां सिलाई कढ़ाई सीख चुकी हैं और अपना खुद का रोजगार चला रही हैं लेकिन अभी तक किसी को कोई भी प्रमाण पत्र नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग के अधिकारी सेंटर को बंद कर दिए हैं लेकिन स्थानीय लोग कहते हैं कि जब नक्सल क्षेत्र के लड़कियों के लिए यह सेंटर खुला है तो बंद कैसे हो सकता है। जहां पर नक्सल क्षेत्र की गरीब लड़कियां अपना सिलाई- कढ़ाई सीख कर रोजगार कर अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं। पत्रक दिया नहीं हुई सुनवाई
अभी तक सैकड़ों लड़कियां प्रशिक्षण ले चुकी हैं और इस समय 150 लड़कियां प्रशिक्षण ले रही हैं लेकिन ना तो स्थानीय चौकी और मड़िहान थाना प्रभारी यहां पर कभी आते हैं। कई बार डीएम-एसपी को पत्र दिया गया लेकिन आश्वासन मिलता है अभी कुछ दिन पूर्व मड़िहान थाना प्रभारी को पत्र दिया गया लेकिन वह भी नहीं आए।
प्रशिक्षार्थियों ने बयां किया दर्द
लक्ष्मी देवी ने कहा कि यहां से सिलाई कढ़ाई सीख लिया है लेकिन सरकार से आज तक कोई भी सुविधा नहीं मिला है। रेखा ने कहा कि यहां पर सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है ग्राम प्रधान ने पानी की व्यवस्था और टंकी शौचालय बनवा दिया है लेकिन प्रशासन से कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। संगीता ने कहा कि छह महीने से यहां सिलाई कढ़ाई सीख रहे हैं और अपना खुद का रोजगार कर रहे हैं और लोगों को सिलाई कढ़ाई सिखाकर रोजगार दिलाने का प्रयास है। हलीमा ने कहा कि यहां से सिलाई सीख कर अपने घर पर भी लड़कियों को सिखा रही हैं। शीला देवी ने कहा कि सरकार केवल नक्सल क्षेत्र के लोगों के साथ छलावा करती है। सब योजनाएं केवल कागजों पर चल रही है। मौके पर कोई अधिकारी नहीं आता है। सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र खुल तो गया है लेकिन आज तक किसी भी लड़की को कोई भी प्रमाण पत्र नहीं मिला है। -वर्जन.
इस संबंध में पत्रक हमकों मिला है। केंद्र की समस्याओं को उच्च अधिकारियों तक इस संबंध में अवगत करा दिया गया है।
प्रभारी अभय नाथ यादव
पुलिस चौकी राजगढ़