बालगृह में बालिकाओं को अब मिलेगी डिजिटल शिक्षा
बाल गृह बालिका में रहने वाली बालिकाओं को अब डिजिटल शिक्षा मिलेगी। सरकार की प्राथमिकता है कि बालिकाओं को गुणवत्तापूर्ण और रोजगारपरक शिक्षा मिले। डिजिटल लर्निंग के माध्यम से बालिकाओं के अंदर सीखने की झमता विकसित होगी। उक्त बातें जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने शुक्रवार को पक्का पोखरा स्थित महिला कल्याण विभाग से मान्यता प्राप्त बालिका बाल गृह में डिजिटल लर्निंग सेंटर का शुभारंभ के दौरान कहा।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : बाल गृह बालिका में रहने वाली बालिकाओं को अब डिजिटल शिक्षा मिलेगी। सरकार की प्राथमिकता है कि बालिकाओं को गुणवत्तापूर्ण और रोजगारपरक शिक्षा मिले। डिजिटल लर्निंग के माध्यम से बालिकाओं के अंदर सीखने की क्षमता विकसित होगी। उक्त बातें जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने शुक्रवार को पक्का पोखरा स्थित महिला कल्याण विभाग से मान्यता प्राप्त बालिका बाल गृह में डिजिटल लर्निंग सेंटर का शुभारंभ के दौरान कहा।
उन्होंने कहा कि डिजिटल लर्निंग में प्री केजी से लेकर कक्षा 12 तक की सीबीएसई, यूपी बोर्ड का पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। प्रशिक्षक छात्राओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। महिला कल्याण के उप निदेशक प्रभात रंजन ने कहा कि इस पहल से बालिकाओं के अंदर आत्म विश्वास पैदा होगा और उनके अदंर देखकर और सुनकर कुछ सीखने की भावना विकसित होगी। जिला प्रोवेशन अधिकारी डा. अमरेंद्र पौत्सयायन ने बालिकाओं के हित में किए जा रहे कार्यो की जानकारी दी। कहा कि प्लान इंडिया और महिला एवं बाल विकास विभाग के समन्वित प्रयास से सराहनीय प्रयास किया गया है। प्लान इंडिया के सुधीर राय ने डिजिटल लर्निंग के माध्यम से बालिकाओं को गुणवत्तापरक शिक्षा के बारे में जानकारी दी। इस दौरान निदेशक डा. आशा राय, डा. रमेश कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किया। इस दौरान नितेश, बप्पा रावल ¨सह, अर¨वद ¨सह, अर्चना ¨सह, ताजिम खान, सीता ¨सह, सोनी ¨सह, नगमा, कैलाश, उषा देवी आदि मौजूद रहे।