ग्रीन ग्रुप की महिलाओं पर डाक्यूमेंट्री बना रहा जर्मनी
होप वेलफेयर संस्था द्वारा स्थापित मीरजापुर पुलिस अधीक्षक के सहयोग से गठित ग्रीन ग्रुप महिलाओं पर सात समुंदर पार से आकर मीरजापुरर के अहरौरा थाना क्षेत्र के जंगलमहल गांव में डॉक्यूमेंट्री फिल्म शूट किया जा रहा है। जर्मनी की रहने वाली केविता शर्मा फिल्म की डायरेक्टर हैं। मंगलवार को ग्रीन ग्रुप की महिलाओं द्वारा शराब बंदी मुहिम दुहराई गई जिसका डाक्यूमेंट्री टीम ने सत्यापन किया।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : होप वेलफेयर संस्था द्वारा स्थापित पुलिस अधीक्षक के सहयोग से गठित ग्रीन ग्रुप महिलाओं पर सात समुंदर पार से आकर मीरजापुर के अहरौरा थाना क्षेत्र के जंगलमहल गांव में डॉक्यूमेंट्री फिल्म शूट किया जा रहा है। जर्मनी की रहने वाली केविता शर्मा फिल्म की डायरेक्टर हैं। मंगलवार को ग्रीन ग्रुप की महिलाओं द्वारा शराब बंदी मुहिम दोहराई गई, जिसका डाक्यूमेंट्री टीम ने सत्यापन किया।
मीरजापुर के नक्सल प्रभावित 12 गांव में होप संस्था द्वारा 200 महिलाओं का ग्रीन ग्रुप का निर्माण किया गया है। ये महिलाएं अपने-अपने गांव में महिला प्रताड़ना के साथ-साथ गांव में जुआ, शराब के खिलाफ कार्य करती हैं। इन महिलाओं को तीन महीने के प्रशिक्षण के बाद तैयार किया जाता है। इन महिलाओं के कार्य को देखते हुए इनके ऊपर डाक्यूमेंट्री तैयार की जा रही है। अहरौरा थाना प्रभारी मनोज ठाकुर और ग्रीन ग्रुप द्वारा दुर्गम स्थानों पर जाकर अवैध शराब को नष्ट किया गया और उसका फिल्मांकन किया गया। टीम के सदस्यों ने बताया कि जनपद के 12 गांवों के अलावा वाराणसी के दस गांवों में कार्य कर रही दो सौ महिलाओं पर भी डाक्यूमेंट्री शूट की जाएगी। इस अवसर पर होप संस्था के रवि मिश्रा, दिव्यांशु उपाध्याय, श्यामकांत सुमन, विकास दीक्षित, अभय शर्मा आदि रहे।