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डाक बंगले में बंद बेसहारा पशुओं को कराया मुक्त

क्षेत्र के कोटाघाट स्थित सिचाई विभाग के खंडहर डाक बंगले में किसानों द्वारा बेसहारा पशुओं को फसलों की सूरक्षा के लिए पचासों बेसहारा पशुओं को कैद कर दिया था। जिससे पशु बिना खाये पीये कमजोर हो गए थे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 06:29 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jan 2020 06:29 PM (IST)
डाक बंगले में बंद बेसहारा पशुओं को कराया मुक्त
डाक बंगले में बंद बेसहारा पशुओं को कराया मुक्त

जागरण संवाददाता, ड्रमंडगंज (मीरजापुर) : क्षेत्र के कोटाघाट स्थित सिचाई विभाग के खंडहर डाक बंगले में किसानों द्वारा बेसहारा पशुओं को फसलों की सूरक्षा के लिए पचासों बेसहारा पशुओं को कैद कर दिया था। जिससे पशु बिना खाये-पीये कमजोर हो गए थे। गुरुवार को किसी ने इस बात की जानकारी खंड विकास अधिकारी हलिया नंदलाल कुमार को दूरभाष पर दिया। जानकारी होते ही बीडीओ मौके पर पहुंचकर जांच पडताल करने के बाद कैद पशुओं को ग्रामीणों तथा सफाईकर्मियों के सहयोग से मुक्त कराते हुए पशुओं को ददरी जंगल की ओर खेदवा दिया।

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बेसहारा पशुओं से फसलों की नुकसान होता देखकर किसानों द्वारा पशुओं को डाक बंगले के खंडहर में रख दिया था और पशुओं को खाने पीने के लिए कुछ नहीं दिया जा रहा था कि पंद्रह दिन पूर्व किसी ने इसकी सूचना विश्व हिदू परिषद के कार्यकर्ताओं को दे दिया। जिस पर कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को सूचना दी थी एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर मुआयना करते हुए जानकारी ली। जिस पर ग्रामीणों ने बताया कि रात्रि में फसलों की सुरक्षा के लिए पशुओं को रखा गया है और सुबह छोड़ दिया जाता है। जिसकी सूचना एसडीएम ने उच्च अधिकारियों को दे दिया था लेकिन पशुओं को कुछ खाने पीने के लिए नहीं मिलने पर पशु दिन प्रतिदिन कमजोर होता देखकर किसी ग्रामीण ने इसकी सूचना बीडीओ को दिया। इस संबंध में बीडीओ नंदलाल कुमार ने बताया कि पशुओं को डाक बंगले में रखने की सूचना मिली थी पशुओं को डाक बंगले से निकलवाकर जंगल की ओर भेजवा दिया गया।


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