Move to Jagran APP

गांवों में छह फीट तक चढ़ा बाढ़ का पानी, थमा गंगा का वेग

लगातार तेजी से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर मंगलवार सुबह से कम हो गया। शाम पांच बजे जलस्तर 77.060 मीटर रिकार्ड किया गया और बुधवार सुबह तक इसके 77.200 मीटर तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि बाढ़ की वजह से तटतर्वी क्षेत्रों में दहशत कायम है और ग्रामीण अपना अनाज व मवेशी बचाने की जद्दोजहद करते दिखे। कोन ब्लाक के अलावा सीखड़ ब्लाक में कई गांव ऐसे हैं जहां छह फीट तक बाढ़ का पानी हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Sep 2019 06:27 PM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 11:41 PM (IST)
गांवों में छह फीट तक चढ़ा बाढ़ का पानी, थमा गंगा का वेग
गांवों में छह फीट तक चढ़ा बाढ़ का पानी, थमा गंगा का वेग

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : लगातार तेजी से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर मंगलवार सुबह से कम हो गया। शाम पांच बजे जलस्तर 77.060 मीटर रिकार्ड किया गया और बुधवार सुबह तक इसके 77.200 मीटर तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि बाढ़ की वजह से तटतर्वी क्षेत्रों में दहशत कायम है और ग्रामीण अपना अनाज व मवेशी बचाने की जद्दोजहद करते दिखे। कोन ब्लाक के अलावा सीखड़ ब्लाक में कई गांव ऐसे हैं जहां छह फीट तक बाढ़ का पानी हो गया है।

loksabha election banner

जासं, चील्ह : ब्लाक के कई गांवों का हाल ऐसा है कि छत से नीचे उतरते हैं तो गंगा बाढ़ का पानी और छत पर रहते हैं तो बरसात का पानी है। इससे जनजीवन सुरक्षित कैसे रहे यह चिता स्थानीय लोगों का सता रहा है। बाढ़ पीड़ित परिवार अपने घर का सामान छत पर रखकर प्लास्टिक से ढंककर बचाने की कोशिश कर रहे हैं। प्लास्टिक के सहारे अपने नन्हे मुन्ने बच्चों और परिवार को लेकर के रह रहे हैं। गंगा बाढ़ के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है वहीं पर फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। बाढ़ पीड़ित परिवार अपने परिवार और पशुओं को सुरक्षित पहुंचाने के लिए चितित दिखाई दे रहे हैं। क्षेत्र के हरसिहंपुर, मल्लेपुर, बल्लीपरवा पुराने बड़ा चील्ह, मुजेहरा कला, मझलीपट्टी आदि गांव की बस्तियों में गंगा बाढ़ का पानी घुस चुका है। सबसे हालत खराब हरसिंहपुर मल्लेपुर तथा बल्ली परवा की हरिजन बस्ती का है जहां बाढ़ पीड़ित अपने परिवार को बचाने के लिए घर के छत के सहारे हो गए हैं। बाढ़ का पानी टेढ़वा पुलिस चौकी से होते हुए हुसैनीपुर गांव तक पहुंच गया है जबकि मवैया की तरफ से गंगा बाढ़ का पानी हरसिंहपुर मल्लेपुर जाने वाली रास्ता की पुलिया के नीचे से तिलठी की तरफ बढ़ रही हैं। पुरजागीर के कंपनी घाट मार्ग पर बल्ली परवा गांव के सामने पुलिया से होते हुए चंदेल डड़िया की तरफ गंगा बाढ़ का पानी फैल चुका है। चेकसारी गांव से मठिया होते हुए करेरूआ को जाने वाली मार्ग पर पांच से छह फीट गंगा बाढ़ का पानी जमा हुआ है।

बाढ़ चौकियों पर नहीं पहुंचे कर्मचारी

जासं, चील्ह : कोन ब्लाक में बनी बाढ़ चौकियां निष्क्रिय दिखाई दे रही हैं। मंगलवार को दोपहर 12 बजे तक जूनियर हाईस्कूल तिलठी पर बनी बाढ़ चौकी पर कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा। बाढ़ चौकी चील्ह पर मात्र एक पशुधन प्रसार अधिकारी डा. रामसुंदर मिले और उन्होंने बताया कि बाढ़ राहत चौकी से जुड़ा कर्मचारी अब तक नहीं आए हैं।

कर्णावती भी उफान पर आईं

जासं, गैपुरा : छानबे ब्लाक के भटेवरा, देवरी, अकोढ़ी के साथ बिरोही सोनकर बस्ती में कर्णावती का पानी बढ़ने से ग्रामीणों को समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। देवरी गांव में जाने के लिए मुख्य मार्ग में पानी आ जाने के कारण लोग नाव से नदी पार करने को विवश हैं। वहीं भटेवरा डेरवा संपर्क मार्ग के पुल पर पानी आ जाने से संपर्क टूट गया है। अगर कर्णावती नदी का जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो आगामी दिनों में ग्रामीणों की समस्या और बढ़ जाएगी।

मुख्य मार्ग पर भरा पानी

जासं, श्रीनिवासधाम : मीरजापुर-प्रयागराज मार्ग स्थित देवरी को आने जाने वाले रास्ते पर पानी भर गया है। महडौरा गांव के लोग सड़क से न होकर बगल रास्ते से किसी प्रकार से आ जा रहे हैं। अकोढ़ी से बबुरा मार्ग पर पानी भरने आवागमन रुक गया है। इससे कई बीघे में बोई गई अरहर, उड़द, तिल्ली व बाजरा आदि नष्ट हो रहा है। किसानों को चिता सता रहा है कि बाढ़ से और भी नुकसान न हो जाए।

----------लोग बोले

गांव में बाढ़ पीड़ितों के लिए जिला प्रशासन द्वारा नौका की मांग की गई कितु अब तक जिला प्रशासन द्वारा मात्र आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है।

- श्याम लाल

----------------

जिला प्रशासन द्वारा कोई भी राहत सामग्री के नाम पर कुछ नहीं दिया गया। यहां तक कि पशुओं के सामने चारे का संकट है इस पर जिला प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं है।

- प्यारेलाल यादव

-------------------

घर का काफी सामान गंगा बाढ़ के कारण नुकसान हो गया यदि समय पर नौका मिल जाती तो सामान को सुरक्षित किया जा सकता था। जिला प्रशासन द्वारा कोई भी राहत नहीं दी गई है।

- दीपू यादव

--------------------

पशुओं के लिए चारा तथा परिवार के लिए भोजन का संकट भी सामने दिखाई दे रहा है। यह समस्या हजारों लोगों के सामने खड़ी हो चुकी है।

- राजकुमार

----------------आंकड़ों में बाढ़

खतरे का निशान : 77.720 मीटर

वर्तमान स्थिति : 77. 060 मीटर

प्रभावित गांव : 495


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.