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किसानों को नहीं पड़ेगा भटकना अब एक ही क्लिक पर क्रय केंद्र

उपज बेचने के लिए किसानों को अब दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा। महज मोबाइल पर एक क्लिक करते ही सभी क्रय केंद्रों का विवरण सामने होगा। इसके लिए प्रदेश भर में किसानों से खरीद के लिए बनाए जाने वाले क्रय केंद्रों की जिओ टैगिग होने जा रही है। इससे केंद्र के निर्धारण में विभागीय अधिकारी भी अब मनमानी नहीं कर सकेंगे। किसानों से उपज की खरीद में पारदर्शिता बरतने क्रय केंद्रों के साथ ही राइस मिलरों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए मिलों की भी जिओ टैगिग होगी। नई क्रय नीति के तहत खाद्य आयुक्त मनीष चौहान द्वारा क्रय केंद्रों की जिओ टैगिग कराने का निर्णय लिया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Jul 2020 09:44 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jul 2020 06:03 AM (IST)
किसानों को नहीं पड़ेगा भटकना
अब एक ही क्लिक पर क्रय केंद्र
किसानों को नहीं पड़ेगा भटकना अब एक ही क्लिक पर क्रय केंद्र

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : उपज बेचने के लिए किसानों को अब दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा। महज मोबाइल पर एक क्लिक करते ही सभी क्रय केंद्रों का विवरण सामने होगा। इसके लिए प्रदेश भर में किसानों से खरीद के लिए बनाए जाने वाले क्रय केंद्रों की जिओ टैगिग होने जा रही है। इससे केंद्र के निर्धारण में विभागीय अधिकारी भी अब मनमानी नहीं कर सकेंगे। किसानों से उपज की खरीद में पारदर्शिता बरतने क्रय केंद्रों के साथ ही राइस मिलरों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए मिलों की भी जिओ टैगिग होगी। नई क्रय नीति के तहत खाद्य आयुक्त मनीष चौहान द्वारा क्रय केंद्रों की जिओ टैगिग कराने का निर्णय लिया है।

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प्रदेश भर में खरीद शुरू होते ही क्रय केंद्रों से शिकायतें आनी शुरू हो जाती है कि अमुक जगह क्रय केंद्र खुला ही नहीं है और कागजों पर ही खरीद हो गई। शासन द्वारा खरीद में पारदर्शिता के मद्देनजर क्रय केंद्रों के साथ ही राइस मिलों की भी जिओ टैगिग कराने की व्यवस्था की जा रही है। बता दें कि रबी विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य योजना के तहत मीरजापुर में खाद्य विभाग 11, पीसीएफ 32, नैफेड 13, एनसीसीएफ 11, भारतीय खाद्य निगम एक, कर्मचारी कल्याण निगम तीन और यूपी स्टेट एग्रो के चार क्रय केंद्र बनाए गए थे। इससे किसानों को काफी लाभ मिलेगा।

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वर्जन

क्रय केंद्रों की जिओ टैगिग होने से किसानों को काफी लाभ होगा। उपज बेचने के लिए किसानों को खोजने के लिए परेशान नहीं पड़ेगा। अन्नदाता ऑनलाइन ही क्रय केंद्र की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेगा। वहीं राइस मिल की जिओ टैगिग होने से अनाज डिलेवरी में पारदर्शिता व आसानी होगी।

- अजीत कुमार त्रिपाठी, जिला खाद्य व विपणन अधिकारी, मीरजापुर।


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