¨वध्याचल में नकली पंडा बन घूम रहे उचक्के, पुलिस की पकड़ से दूर
इन दिनों ¨वध्याचल मंदिर में दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में दर्शनार्थी पहुंच रहे हैं। इस वजह से उनकी आस्था से कमाई करने वाले भी सक्रिय हो गए हैं। इन दिनों नकली पंडा बनकर यात्रियों का शोषण करने वालों की संख्या बढ़ गई है और पुलिस इस पर कोई रोक नहीं लगा पा रही।
जागरण संवाददाता, ¨वध्याचल (मीरजापुर) : इन दिनों ¨वध्याचल मंदिर में दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में दर्शनार्थी पहुंच रहे हैं। इस वजह से उनकी आस्था से कमाई करने वाले भी सक्रिय हो गए हैं। इन दिनों नकली पंडा बनकर यात्रियों का शोषण करने वालों की संख्या बढ़ गई है और पुलिस इस पर कोई रोक नहीं लगा पा रही। वही बीती रात बिहार से आए दंपति व महिलाओं से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। स्थानीय लोगों ने भी इसका विरोध किया है।
¨वध्याचल में सक्रिय नकली पंडे यहां के नहीं हैं और बाहर से आकर जोगिया वेश में पंडा बनकर लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं। बरतर स्थित नगर पालिका परिषद के वाहन स्टैंड में लगे ट्यूबवेल पर बिहार से आए पति-पत्नी सोए थे। देर रात नशे में धुत नकली पंडा महिला के बगल में सो गया व उसका हाथ खींचने लगा। इससे डरी महिला ने तुरंत शोर मचाया जिससे वह भाग निकला। स्थानीय लोगों ने बताया कि बरतर व रामनगर तिराहे के आसपास नकली पंडे यात्रियों को शिकार बना रहे हैं और होटल में कमरा दिलाने के नाम पर शोषण करते हैं। वे दर्शनार्थियों को कई तरह से परेशान कर रहे हैं, जिसकी वजह से पंडा समाज बदनाम हो रहा है। पंडा समाज के महामंत्री भानु पाठक ने कहा कि अब ऐसे लोगों पर पंडा समाज प्रशासन की मदद से खुद ही लगाम लगाएगा। पुलिस नहीं करती कार्रवाई
इस तरह की घटनाएं यहां रोज हो रही हैं जिसकी जानकारी पुलिस तक पहुंचती भी है लेकिन उनकी ओर से कोई एक्शन नहीं लिया जाता। इसकी वजह से नकली पंडों का मन बढ़ गया है और वे रात के 11 बजे से दो बजे तक इस क्षेत्र में आए लोगों को परेशान करते हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि इनकी वजह से यहां का माहौल काफी खराब हो रहा है और रात के समय कुंभयात्री भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं।