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तालाबों पर अतिक्रमण से सिमटता जा रहा अस्तित्व

आदर्श नगर पंचायत क्षेत्र के सातों तालाबों का अस्तित्व खतरे में है। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि भूमाफिया और अतिक्रमणाकारियों द्वारा इन तालाबों को पाटकर कब्जा किया जा रहा है लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Feb 2019 09:43 PM (IST)Updated: Mon, 11 Feb 2019 11:46 PM (IST)
तालाबों पर अतिक्रमण से सिमटता जा रहा अस्तित्व
तालाबों पर अतिक्रमण से सिमटता जा रहा अस्तित्व

जागरण संवाददाता कछवां (मीरजापुर) : आदर्श नगर पंचायत क्षेत्र के सातों तालाबों का अस्तित्व खतरे में है। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि भूमाफिया और अतिक्रमणाकारियों द्वारा इन तालाबों को पाटकर कब्जा किया जा रहा है लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। सबसे ज्यादा दयनीय हालत दखिनहिया तालाब का है। जबकि कई बार नगर पंचायत के अलावा क्षेत्रवासियों ने इन तालाबों के सुंदरीकरण के लिए अवैध कब्जे को हटाने की मांग की गई। कार्रवाई न होने से अतिक्रमणकर्ताओं का मनोबल बढ़ता ही जा रहा है।

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क्षेत्र में सात तालाब है पर अफसोस सभी तालाबों का अस्तित्व मिटता नजर आ रहा है। सबसे ज्यादा खस्ताहाल दखिनहिया पोखरी का है। जो पूरे तालाब ने जंगल का रूप ले रखा है। जिसके कारण आसपास के बस्ती के लोगों को जहरीले जंतुओं से खतरा बना रहता है। वही भू-माफियाओं और अतिक्रमणकारियों के वजह से दिन पर दिन पटते तालाब पर कब्जा होता चला आ रहा है। इसके बाद भी इन सब से बेखबर प्रशासन मौन धारण किए हुए है। कई बार जिला प्रशासन से लेकर शासन तक को नगर पंचायत ने भी तालाब के सुंदरीकरण को लेकर अवैध कब्जे हटाने और अतिक्रमण मुक्त कराने की गुहार लगाई पर जहमत कौन उठाए वाली तर्ज पर जिला प्रशासन के कांन में जू तक नही रेंगता है। शासन की मंशा की तालाबों के रख रखाव और सुंदरीकरण बैठने के लिए चारो तरफ पक्का निर्माण पोधरोपण आदि पर करोड़ों रुपये का बजट आता है पर कछवां के सातो तालाब क्यू उपेक्षा का दंश झेल रहा है। इसका किसी के पास जवाब नही। दखिनहिया पोखरी तालाब पर पिछले चेयरमैन के कार्यकाल में चारो तरफ पक्की नाले का निर्माण हो गया था जो अब वर्तमान में काफी हद तक ध्वस्त हो चुका है। जिससे नगर के घरों का निकलने वाला गंदा पानी उसी तालाब में गिर रहा है। जिससे निकलने वाली सडांध से वातावरण पर प्रभाव पड़ रहा है और संक्रामक रोग फैलने का भी खतरा बन गया है। ----वर्जन

दखिनहिया पोखरी के सीमांकन और अतिक्रमण मुक्त करने के लिए उपजिलाधिकारी सदर को पत्र लिखा गया है। कार्रवाई होते ही प्रस्ताव बनाकर बजट के लिए शासन को भेजा जाएगा।

-विनीत कुमार श्रीवास्तव, ईओ कछवां। --वर्जन

तालाब को लेकर नगर प्रशासन गंभीर है कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया गया है जिसे हटवाया जाएगा और साफ-सफाई भी कराने के लिए अलग से टेंडर निकाल कर कराया जाएगा।

-पनधारी कुमार यादव, चेयरमैन कछवां, मीरजापुर।


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