पाठ्यक्रम के चयन की सभी को मिलेगी स्वतंत्रता
जागरण संवाददाता लालगंज (मीरजापुर) माध्यमिक विद्यालयों की आयोजित नई शिक्षा नीति के वेबिनार
जागरण संवाददाता, लालगंज (मीरजापुर) : माध्यमिक विद्यालयों की आयोजित नई शिक्षा नीति के वेबिनार में सात सौ शिक्षकों ने प्रतिभाग किए। वक्ताओं ने कहा कि नई शिक्षा नीति भारत के भविष्य और ग्रामीण अंचल को वैज्ञानिक दृष्टिकोण प्रदान करेगा। नई शिक्षा से बालक-बालिकाएं स्वतंत्र रुझान के आधार पर पसंद और नापसंद विषय आधारित पाठ्यक्रम के चयन के लिए स्वतंत्र होंगे।
बुधवार को वेबिनार में संयुक्त शिक्षा निदेशक कांता रामपाल ने कहा कि ग्रामीण और शहरी बालक बालिका समान शिक्षा व्यवस्था का लाभ प्राप्त करेंगे। इस शिक्षा से गरीब अमीर की जहां खाई पटेगी वहीं भारत के व्यापक ²ष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करेगी। नई शिक्षा से छात्र वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में स्वंय सक्षम होगें। जिला विद्यालय निरीक्षक देवकी सिंह ने कहा कि समाज को सक्षम आत्मनिर्भर बनाने में नई शिक्षा नीति भारत के बहुमुखी विकास में बहु उपयोगी और सक्षम साबित होगी। कहा कि जिले भर के शिक्षण संस्थान नई शिक्षा नीति के नीतिगत अध्ययन करके बच्चों के सक्षम और व्यापक ²ष्टिकोण का विचार बीजारोपण करें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बच्चों के भविष्य के साथ भूल साबित होगी। वेबिनार के समन्वयक बापू उपरौध इंटरमीडिएट कालेज लालगंज के प्रधानाचार्य डा. धर्मजीत सिंह ने कहा कि लंबे समय बाद भारत को नई शिक्षा नीति मिली है। जिससे बच्चे आत्मनिर्भर और सक्षम बनेंगे। सह समन्वयक प्रधानाचार्य संतोष सिंह ने कहा कि आयोजित वेबिनार से जिले भर के शिक्षकों के अंदर नवाचार का बीजारोपण हुआ है। वेबिनार के वक्ता अनीता यादव, डा. संजय मिश्रा, महेंद्र नाथ सोनकर, प्रमोद शंकर सिंह, निशा सिंह, स्नेहलता द्विवेदी, नम्रता सिंह, हरिगेंद्र कुशवाहा रहे।
इस कार्यक्रम में लालगंज के भारती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से राजेश,ब्रम्हर्षि देवरहा बाबा से सुरेश सिंह,उसरी राजकीय उच्चतर माध्यमिक से स्वाति गुप्ता, नेवढि़या राजकीय अंशू अररिया, लहंगपुर से सुषमा सिंह समेत जिले के सभी शिक्षण संस्थान शासकीय, शासकीय, वित्तविहीन प्रधानाचार्य , शिक्षक अभिभावक शामिल रहे।