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गरीबों की बेटियों के हाथ पीले करने में बाधक बन रहे कर्मचारी

गरीबों की बेटियों के हाथ पीले करने में विभागीय कर्मचारी ही बाधक बन रहे हैं।शादी अनुदान के लिए आनलाइन अर्जी लगाने के बावजूद गरीबों को शादी अनुदान योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही के चलते अनुदान मिलना तो दूर ससमय जांच प्रक्रिया तक नहीं की जा रही है। गरीब व असहाय की शादी अनुदान की अर्जी तहसीलों में बाबुओं की फाइलों में ही दम तोड़ दे रही है वहीं विभागीय अधिकारी क्रम से सत्यापन नहीं होने का रोना रोकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ ले रहे है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Mar 2019 07:35 PM (IST)Updated: Mon, 18 Mar 2019 07:35 PM (IST)
गरीबों की बेटियों के हाथ पीले 
करने में बाधक बन रहे कर्मचारी
गरीबों की बेटियों के हाथ पीले करने में बाधक बन रहे कर्मचारी

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : गरीबों की बेटियों के हाथ पीले करने में विभागीय कर्मचारी ही बाधक बन रहे हैं। शादी अनुदान के लिए आनलाइन अर्जी लगाने के बावजूद गरीबों को शादी अनुदान योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही के चलते अनुदान मिलना तो दूर ससमय जांच प्रक्रिया तक नहीं की जा रही है। गरीब व असहाय की शादी अनुदान की अर्जी तहसीलों में बाबुओं की फाइलों में ही दम तोड़ दे रही है वहीं विभागीय अधिकारी क्रम से सत्यापन नहीं होने का रोना रोकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ ले रहे हैं।

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गरीबों की बेटियों की शादी के लिए शासन द्वारा शादी अनुदान दिया जा रहा है। शासन की महत्वाकांक्षी योजना पर ही विभागीय बाबू भारी पड़ रहे है।बेटियों की शादी का सपना संजोए गरीब व्यक्ति बड़ी आशा के साथ आनलाइन आवेदन करता है और शासन द्वारा प्रति वर्ष बजट भी जारी कर दिया जाता है। लेकिन विभागों में कई वर्षो से एक ही पटल पर कुंडली मारकर बैठे विभागीय कर्मचारियों के चलते शासन की महत्वपूर्ण योजना का सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। आनलाइन आवेदन करने के बाद गरीब की अर्जी तहसील में जाती है। आनलाइन आवेदन करते ही संबंधित खंड विकास अधिकारी या एसडीएम के पोर्टल पर चला जाता है। इसके बाद आवेदन को जांच की लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कानूनगो, लेखपाल के पटल से गुजरते गुजरते वित्तीय वर्ष बीत जाता है। ऐसा ही कुछ इस वर्ष भी हुआ। विभागीय लापरवाही के चलते सैकड़ों आवेदकों की आशाओं पर पानी फिर गया। लेखपाल और कानूनगो द्वारा जांच कर सत्यापन रिपोर्ट नहीं लगाए जाने के कारण इस वित्तीय वर्ष में गरीबों को शादी अनुदान नहीं मिल पाएगा। इन कर्मचारियों की लापरवाही के चलते पात्र व्यक्तियों को भी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

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शादी अनुदान के आवेदनों का ससमय सत्यापन करने का निर्देश संबंधित को दिया गया है। यदि किसी कर्मचारी द्वारा शादी अनुदान जैसे महत्वपूर्ण कार्य व सत्यापन कार्य में लापरवाही बरती जा रही है, तो क्षम्य नहीं है। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

- गौरव श्रीवास्तव, एसडीएम सदर, मीरजापुर।


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