आंधी पानी में बिजली विभाग को ढाई करोड़ का नुकसान
आधी पानी के चलते बिजली विभाग को लगभग ढाई करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। जिसकी क्षतिपूर्ति करना मुश्किल है। आंधी पानी के चलते भारी संख्या में पोल टूटकर नष्ट हो गए तो कई मीटर तार टूटकर गिर गए। तेज हवा के दबाव के चलते तार आपस में सटने से
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : आधी पानी के चलते बिजली विभाग को लगभग ढाई करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। जिसकी क्षतिपूर्ति करना मुश्किल है। आंधी पानी के चलते भारी संख्या में पोल टूटकर नष्ट हो गए तो कई मीटर तार टूटकर गिर गए। तेज हवा के दबाव के चलते तार आपस में सटने से ट्रांसफार्मर भी जल गए हैं। विभागीय अधिकारी इस आपदा से हुए नुकसान का पूरी तरह से आकड़ा पता लगाने में जुटे हुए है।
शुक्रवार की शाम अचानक आई बारिश के दौरान जिलेभर में विद्युत विभाग को भारी क्षति हुई। हर क्षेत्र में पोल टूटकर नष्ट हो गए तो कई मीटर तार टूटकर गिर गए। ट्रांसफार्मर भी जलकर नष्ट हुए। जिससे जिले की विद्युत आपूर्ति चरमा गई। 30 घंटे तक जनपद की बिजली गुल रही। देर रात आधा शहरों में आपूर्ति चालू हो पाई तो कई मोहल्ले व गांव अंधेरे में रहे। विभाग एक ओर आपूर्ति बहाल करने में लगा रहा तो दूसरी ओर अधिकारी हुई क्षति का आकड़ा जुटाने में जुटा रहा। सबसे अधिक प्रभावित इलाका हलिया व लालगंज रहा। इसके बाद नगरीय इलाका जहां हर मोहल्ले में एक पेड़ गिरने से कई पोल व तार टूटकर गिर गए। इनसेट
जिले भर में 900 पोल टूटकर गिरे
आंधी पानी के चलते 13 मार्च को जिलेभर में 900 पोल टूटकर गिर गए। एक पोल की कीमत लगभग आठ हजार रुपये है। इस तरह लगभग 72 लाख रुपये का केवल पोल टूटकर नष्ट हुआ। वहीं पांच हजार मीटर तार भी टूटकर बर्बाद हुए है। जिसकी कीमत लगभग 80 लाख रुपये होगी। 25 ट्रांसफार्मर जलकर नष्ट हुए है। इनकी कीमत लगभग 50 लाख रुपये है। इसके प्रकार अन्य उपकरण भी इस आपदा में नष्ट हुए है। वर्जन
आधी पानी के चलते बिजली विभाग को ढाई करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यह आकड़ा निश्चित नहीं है क्योंकि और भी क्षति हो सकती है। जहां तक विद्युत आपूर्ति की बात है तो पूरे जनपद में सोमवार की सुबह तक आपूर्ति पूरी तरह से बहाल हो जाएगी।
वीके पांडेय अधीक्षण अभियंता द्वितीय