नक्सल प्रभावित क्षेत्र राजगढ़ में एड्स के आठ मरीज
जागरण संवाददाता, राजगढ़ (मीरजापुर) : नक्सल प्रभावित क्षेत्र राजगढ़ ब्लाक अंतर्गत विभिन्न गांवों म
जागरण संवाददाता, राजगढ़ (मीरजापुर) : नक्सल प्रभावित क्षेत्र राजगढ़ ब्लाक अंतर्गत विभिन्न गांवों में छह वर्ष के बीच में एड्स के आठ मरीज पाए गए है। यह जानकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में एड्स प्रभारी डा. जेड अहमद ने दी। उन्होंने बताया कि अब तक बीस हजार लोगों का जांच किया जा चुका है। जिसमें से आठ मरीज पाजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि यह रोग जानकारी के अभाव में होता है।
उन्होंने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में वर्ष 2013 में सितंबर माह में एड्स सेंटर खोला गया था। 2013 से अब तक लगभग साल 2018 मई तक 20 हजार लोगों का एड्स की जांच किया जा चुका है। अस्पताल में यह जांच की व्यवस्था निशुल्क है और दवाइयां भी फ्री मिलती है। वर्ष 2017 अप्रैल में 168 मरीजों का जांच किया गया तो एक पाजिटिव मिला। इसी तरह मई में एक पाजिटिव, जून 192 में एक, जुलाई में 177 में से तीन, अगस्त माह में 171 में एक, अक्टूबर माह में 131 में एक और दिसंबर माह में 151 के जांच किया। जिसमें आठ मरीज पाजिटिव मिले है। इसी तरह गर्भवती महिलाओं (हृष्ट) की एड्स जांच जनवरी में 72, फरवरी में 72, मार्च में 72, अप्रैल में 132, मई में 154, जून में 138, जुलाई में 173, अगस्त में 227 जांच हुई। वर्ष 2017 में 15 सौ महिलाओं की एड्स की जांच हुई। अगर सही तरीके से अस्पताल प्रशासन एड्स के रोगियों और मरीजों में इस जांच को शामिल कर लिया जाए तो काफी हद तक सुधार हो जाएगा लेकिन कुछ कमी के कारण यह सब नहीं हो पा रहा है और लोग जांच करवाने से कतरा भी रहे हैं। कैंप लगाकर दी जाए जानकारी
डा. जेड अहमद ने बताया कि इस रोग के बारे में ग्रामीण अंचलों में रहने वालों को जानकारी दी जाए। गांव-गांव में कैंप लगाकर प्रधानों के माध्यम से जांच के बारे में जानकारी दें और बताएं कि यह जांच पूरी तरह से निशुल्क है और इसमें मरीजों का नाम गुप्त रखा जाता है। बताया कि एड्स न तो छूने से फैलता है और न ही साथ रहने से फैलता है। सही समय पर इसकी जांच करानी चाहिए और बीमारी का पता लगने पर दवाइयां समय-समय पर लेनी चाहिए। घर में मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। मरीज को भी न लगे की परिवार वाले उसके साथ हैं। क्या है एड्स के लक्षण
डा. जेड अहमद ने एड्स के लक्षण के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बार-बार पेशाब होना, खांसी आना, बार-बार शौचालय जाना, पसीना आना और शरीर में फुंसी- फोड़ा होना। साथ ही दिन प्रतिदिन शरीर कमजोर होना। इसकी जानकारी होने पर जल्द से जल्द जांच कराकर दवाई लेना शुरु कर दें। उन्होंने बताया सीएचसी में आने पर टीबी के साथ-साथ मरीजों का एड्स की भी जांच किया जाता है।