ओजोन के क्षरण से बढ़ रहा धरती पर खतरा : अनुप्रिया
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने धरती और उस पर जीने वाले सिर्फ मानव ही नहीं बल्कि हर जीव-जंतु, पेड़-पौधे, जल तथा वायु की सुरक्षा के लिए भौतिक संसाधनों के संतुलित प्रयोग के साथ अधिकाधिक बरगद तथा पीपल जैसे प्रकृति-संरक्षक वृक्षों के लगाए जाने की मार्मिक अपील की । उन्होंने कहा कि ओजोन परत का क्षतिग्रस्त होना गहरे खतरे की चेतावनी है ।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने रविवार को विश्व ओजोन दिवस एवं राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के अंतर्गत स्वच्छता ही सेवा है पर जिला पंचायत सभागार में वन विभाग की ओर से आयोजित गोष्ठी में कहा कि ओजोन की परत हमारे जीवन की रक्षा करती है।
राज्यमंत्री ने कहा कि सूर्य से निकलने वाली घातक पराबैंगनी किरणों से ओजोन परत हमारी रक्षा करती है। यदि यह न हो तो पूरी पृथ्वी जलकर राख हो जाए। यही वजह है कि इस ओजोन परत में जरा सा छेद होने के कारण सूर्य की किरणों में तेजी व ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बढ़ रहा है। उन्होंने लोगों को स्वच्छता ही सेवा है के लिए संकल्प पत्र के अनुसार शपथ दिलाया। कहा कि ओजोन परत का क्षतिग्रस्त होना गहरे खतरे की चेतावनी है। मंडलीय मुख्य वन संरक्षक डा. प्रभाकर दुबे ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए ओजोन के लाभ और उसकी कमी से हानि के बारे में हुए वैज्ञानिक शोधों की जानकारी दी। कहा कि इस दिशा में विभाग सतर्क है और लोगों को जागरूक कर रहा है। अध्यक्षता करते हुए अपना दल के जिलाध्यक्ष रमाकांत पटेल ने अपना वक्तव्य दिया। अंत में प्रभागीय वनाधिकारी राकेश चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया जबकि संचालन विभाग के एसडीओ पंकज शुक्ल ने किया । इस अवसर पर भाजपा के नगर अध्यक्ष, वन विभाग के एसडीओ बी एन ¨सह, ग्रीन गुरु अनिल ¨सह, कलीम खां आदि उपस्थित रहे।