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जोखिम में न डालें जान, ईयरफोन लगाकर युवा न चलाएं वाहन

जरा संभल कर चलिए, नवाब साहब मोबाइल पर बात कर रहे हैं। आज के युवा हेडफोन या ईयरफोन लगाकर मोबाइल पर बात करते हुए बाइक या कार चलाना टशन समझते हैं। सड़क पर चलते समय या फिर कार या बाइक चलाते समय मोबाइल पर बात करना लोगों खासकर आज की युवा पीढ़ी के लिए घातक साबित हो रहा है। इसके चलते कई लोग अपनी ¨जदगी तक गवां दे रहे है। वहीं कार खासकर टैंपों जैसी सवारी वाहनों में छोटे स्पीकर की बजाए साउंड बाक्स लगाकर जोर- जोर से गाना बजाना आम बात हो गई है। प्राय: तेज आवाज में गाना बजाते हुए टैंपों आदि आपके बगल से गुजर जाते हैं। इसके चलते बच्चों, वृद्ध सहित राहगीर व उसमें बैठे सवारियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 09:56 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 11:22 PM (IST)
जोखिम में न डालें जान, ईयरफोन लगाकर युवा न चलाएं वाहन
जोखिम में न डालें जान, ईयरफोन लगाकर युवा न चलाएं वाहन

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जरा संभल कर चलिए, नवाब साहब मोबाइल पर बात कर रहे हैं। आज के युवा हेडफोन या ईयरफोन लगाकर मोबाइल पर बात करते हुए बाइक या कार चलाना फैशन समझते हैं। सड़क पर चलते समय या फिर कार-बाइक चलाते समय मोबाइल पर बात करना लोगों खासकर आज की युवा पीढ़ी के लिए घातक साबित हो रहा है। इसके चलते कई लोग अपनी ¨जदगी तक गवां दे रहे है। वहीं कार खासकर टेंपो जैसी सवारी वाहनों में छोटे स्पीकर की बजाए साउंड बाक्स लगाकर जोर- जोर से गाना बजाना आम बात हो गई है। प्राय: तेज आवाज में गाना बजाते हुए टेंपो आदि आपके बगल से गुजर जाते हैं। इसके चलते बच्चों, वृद्ध सहित राहगीर व उसमें बैठे सवारियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

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सड़क बाइक, कार अथवा किसी भी वाहन को चलाते समय चालक को सावधानी बरतना चाहिए, कभी-कभी थोड़ी सी लापरवाही चालकों के लिए घातक साबित हो जाती है। बावजूद इसके आज र चलते समय की युवा पीढ़ी यातायात नियमों का पालन करने से गुरेज कर रही है। यातायात विभाग के निर्देशों की अवहेलना करते हुए युवा हेलमेट लगाना तो दूर कान में ईयरफोन या हेडफोन लगाकर वाहन चलाते है। वहीं अपनी ही मस्ती की धुन में युवा किसी भी समय कहीं से भी मुड़ जाते है। ईयरफोन लगाने के कारण पीछे वाले चालक द्वारा हार्न बजाने के बावजूद उनको सुनाई नहीं देता है। इसके चलते समय के चलते आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती है और ज्यादातर युवा वर्ग दुर्घटना की चपेट में आने से घायल अथवा काल को प्राप्त हो जाता है। इसके लिए यातायात और पुलिस विभाग द्वारा खासकर स्कूल कालेजों में गोष्ठी, प्रदर्शनी या जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करके जागरूक करता है। बावजूद इसके युवा पीढ़ी पर इसका खासा असर नहीं पड़ रहा है।

वाहन चलाते समय बरतें सावधानी

- कार या टेंपो जैसे वाहन चलाते समय तेज आवाज में गाना नहीं बजाए।

- मोटर साइकल चलाते समय मोबाइल पर बात नहीं करें।

- मोटरसाइकल चलाते समय हेलमेट अवश्य पहनें।

- मोटर साइकल चलाते समय हेडफोन या ईयरफोन का प्रयोग कदापि न करें।

- वाहन में तेज आवाज वाले हार्न कदापि न लगवाए।

- वाहन चलाते समय ऐसा कोई काम नहीं करें जिससे ध्यान भटकता हो।

ईयरफोन लगा बाइक चलाने पर चार का चालान

टीएसआई विवेकानंद उपाध्याय ने शुक्रवार को ईयरफोन लगाकर बाइक चलाते चार लोगों का चालान किया। साथ ही दोबारा ईयरफोन लगाकर बात करते हुए बाइक चलाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। कहा कि ईयरफोन लगाकर वाहन चलाना उनके भविष्य के लिए ही घातक है। साथ ही ब्रीथ एनालाइजर से 10 लोगों की जांच की गई, जिसमें से एक व्यक्ति शराब पीकर वाहन चलाते मिला। यातायात पुलिस द्वारा उसका चालान कर दिया गया।

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वर्जन

ईयरफोन व हेडफोन लगाकर बाइक चलाना अपने जान को जोखिम में डालने के बराबर है। जनता खासकर युवा पीढ़ी बाइक चलाते समय ईयरफोन का प्रयोग कदापि नहीं करें। थोड़ी सी लापरवाही दुर्घटना का सबब बनती है।

- विवेकानंद उपाध्याय, टीएसआई।

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सुरक्षित यातायात के लिए नियमों का पालन करना नितांत जरुरी है। सड़क पर वाहन चलाते समय सभी व्यक्ति नियमों का पालन करें। कोई भी चालक वाहन चलाते समय ईयरफोन आदि का प्रयोग नहीं करे। ईयरफोन के प्रयोग से एकाग्रता भंग होती है।

- कृष्ण दत्त ¨सह गौर, संभागीय परिवहन अधिकारी।


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