किसान की बजाय दूसरे से गेहूं खरीद पर डीएम सख्त
जीकृत सहकारी समितियों द्वारा किसान के गेहूं की खरीद करने की बजाए उसी के पंजीयन पर किसी दूसरे किसान का गेहूं खरीदने का मामला प्रकाश में आया है। इसको गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने कड़ी नाराजगी जताया है। गेहूं की खरीद में अनियमितता पर डीएम ने डीआरएमओ अजीत कुमार त्रिपाठी से स्पष्टीकरण मांगा है। एक सप्ताह में जांच कर मामले की रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। विकास खंड सिटी के खुटहा निवासी राज बहादुर सिंह ने अपना गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण कराया था लेकिन जब वह गेहूं बेचने पहुंचे तो पता चला कि उनके पंजीयन पर पर किसी दूसरे किसान ने 9
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पंजीकृत सहकारी समितियों द्वारा किसान के गेहूं की खरीद करने की बजाए उसी के पंजीयन पर किसी दूसरे किसान का गेहूं खरीदने का मामला प्रकाश में आया है। इसको गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने कड़ी नाराजगी जताया है। गेहूं की खरीद में अनियमितता पर डीएम ने डीआरएमओ अजीत कुमार त्रिपाठी से स्पष्टीकरण मांगा है। एक सप्ताह में जांच कर मामले की रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। विकास खंड सिटी के खुटहा निवासी राज बहादुर सिंह ने अपना गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण कराया था, लेकिन जब वह गेहूं बेचने पहुंचे तो पता चला कि उनके पंजीयन पर पर किसी दूसरे किसान ने 98 कुंतल गेहूं बेच दिया है, जिस पर कड़ी नाराजगी जताया। इसके कारण अब किसान राज बहादुर सिंह गेहूं को नहीं बेच सकेंगे।
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सहकारी समितियों में वर्ष 2017 में हो चुका है घोटाला
सहकारी समितियों द्वारा बीते वर्ष 2017 में इसी तरह का घोटाला धान खरीद में प्रकाश में आया था। सहकारी समितियों द्वारा ऐसे किसानों से धान खरीद किया गया था, जिन्होंने धान की रोपाई तक नहीं किया था। लक्ष्य की पूर्ति के लिए क्रय केंद्र प्रभारियों द्वारा प्रयागराज के मांडा और सोनभद्र के किसानों से भी धान खरीदा गया था।