जेल में मिली गंदगी, सफाई कर्मी का रोका वेतन
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : मुख्य चिकित्साधिकारी ने सोमवार को दोपहर में अचानक कारागार पहुंच कर सा
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : मुख्य चिकित्साधिकारी ने सोमवार को दोपहर में अचानक कारागार पहुंच कर साफ सफाई भोजन की गुणवत्ता को परखा। महिला बैरक में गंदगी मिलने पर बैरक के सफाई कर्मी का वेतन रोकने के लिए निर्देशित किया।
सीएमओ डा. एसके उपाध्याय लगभग ग्यारह बजे स्टेनो, अर्दली व चालक के साथ कारागार पहुंचे। वहां पर उन्होंने सबसे पहले पाकशाला में जाकर खाने की गुणवत्ता को परखा। इसमें खाने के सभी आइटम मानक के अनुरुप तैयार किए गए थे। यहां के बाद वे अस्पताल बैरक में गए वहां आधा दर्जन मरीज थे। सभी के दवा और उसके उपचार के बारे में पूछताछ की। क्लीनिक और दवा स्टोर को देखा। क्लीनिक में ईसीजी, बीपी और शुगर नापने की मशीन व कक्ष में कूलर नहीं था। इनको लगवाने का निर्देश दिया। अस्पताल बैरक से निकल कर वे महिला बैरक में गए। वहां चारों तरफ गंदगी फैली देख वे भड़क गए। सफाई कर्मी कमला कांत का वेतन रोकने का निर्देश दिया। 'निरीक्षण के दौरान नेमोलाइर, ब्लड प्रेशर मशीन, ईसीजी मशीन और दवाइयां उपलब्ध कराने के साथ ही बंदियों के जांच अब सीधे मंडलीय अस्पताल के निजी पैथालाजी में कराने के सुविधा मुहैया के लिए डाक्टर के हस्ताक्षर अधिकृत कर दिए गए है, नर्सिंग असिस्टेंट के लिए दो कर्मी बढ़ाए गए है'
डा. एसके उपाध्याय, सीएमओ ।