पशुओं से बर्बाद फसल के लिए मुआवजे की मांग
विकास भवन में आयोजित किसान बैठक में फसलों को बर्बाद कर रहे पशुओं की समस्या को जोरशोर से उठाया गया। इसके अलावा बीज भंडारों से मिलने वाली सब्सिडी, मौसम आधारित फसल बीमा योजना से हो रहे नुकसान की समस्या भी अधिकारियों के सामने रखी गई।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : विकास भवन में आयोजित किसान बैठक में फसलों को बर्बाद कर रहे पशुओं की समस्या को जोरशोर से उठाया गया। इसके अलावा बीज भंडारों से मिलने वाली सब्सिडी, मौसम आधारित फसल बीमा योजना से हो रहे नुकसान की समस्या भी अधिकारियों के सामने रखी गई।
विकास भवन में आयोजित किसान दिवस में किसानों ने कहा कि जंगली जानवर, सूकर, शाही, घड़रोज व अन्य पशुओं की वजह से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं। इसके लिए सर्वे कराकर किसानों को मुआवजे का भुगतान किया जाना चाहिए। भारतीय किसान यूनियन के जिला महासचिव धर्मदेव उपाध्याय ने बताया कि पशुओं की बीमारी का सही समय पर इलाज न होने से वे मर रहे हैं। इस अवसर पर जिलाधिकारी अनुराग पटेल व सीडीओ प्रियंका निरंजन सभी समस्याएं सुनीं व संबंधित विभागों से उनके निस्तारण के लिए कहा। इस अवसर पर कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
किसान हेल्प डेस्क पर दर्ज कराएं समस्या
जासं, मीरजापुर : फसल ऋण मोचन योजना से वंचित किसानों के लिए एक मौका मिल रहा है। उप कृषि निदेशक डा. अशोक उपाध्याय ने बताया कि किसानों की सुविधा और समस्या को दर्ज कराने के लिए जिला कृषि अधिकारी के कार्यालय में हेल्प डेस्क स्थापित किया गया है। किसान यहां अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। शिकायत दर्ज कराने के लिए किसान आधार, खतौनी, बैंक पासबुक, शिकायत का आवेदन पत्र आदि की छाया प्रति साथ लाना होगा। उन्होंने कहा कि मृतक प्रकरण पर वारिस प्रमाण पत्र अवश्य लाना होगा।