रूरल अर्बन के तहत करोड़ों खर्च, गांव की दशा जस की तस
जागरण संवाददाता पटेहरा (मीरजापुर) स्थानीय विकास खंड के रामपुर रिक्शा गांव का मार्ग पू
जागरण संवाददाता, पटेहरा (मीरजापुर) : स्थानीय विकास खंड के रामपुर रिक्शा गांव का मार्ग पूरी तरह ध्वस्त होने के कारण लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अत्यधिक परेशानी प्राचीन गणेश मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को होती है। विभागीय अधिकारियों से गुहार लगाई गई लेकिन आज तक मार्ग का निर्माण नहीं कराया गया। क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि करोड़ों रुपये रूरल अर्बन के तहत खर्च कर दिए गए लेकिन गांव की दशा जस की तस बनी हुई है।
क्षेत्र के कुंवर, दिनेश कुमार, साधू यादव, राजेंद्र सिंह, जसवंत, रामप्यारे आदि ने बताया कि इस गांव के विकास के लिए बसपा शासन द्वारा कभी अंबेडकर गांव घोषित किया गया था। इसके बाद सपा शासन में लोहिया गांव घोषित किया गया। वर्ष 2016 में इस गांव को रूरल अर्बन मिशन के तहत चयन कर तमाम विकास के दावें कागज पर दिखाए गए कितु हकीकत कुछ और ही दिखती है। गांव की मुख्य सड़क पर बराबर नल का पानी बहता है, सड़क का हाल बेहाल है, जिससे आवागमन में परेशानी होती है। बताया कि रूरल अर्बन मिशन का मुख्य उद्देश्य ही है कि गांव को शहर जैसी सुविधा देकर विकास से जोड़ना। प्रधान राशिद अली ने बताया कि लोक निर्माण विभाग केवल दो किमी सड़क काली करके बस्ती के पहले काम तमाम कर लौट गया। इस संबंध में बीडीओ पटेहरा दिनेश कुमार मिश्र ने बताया कि रामपुर रिक्शा मलिन बस्ती प्राचीन गणेश मंदिर तक के लिए योजना में चयनित है।