अभिभावकों के खातों में पहुंचेगा कनवर्जन कास्ट
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में लॉकडाउन के बाद से ही मिड-डे-मील के चूल्हे ठंडे पड़े हैं। पिछले करीब तीन माह से बच्चे घरों में कैद हैं और उन्होंने एमडीएम का स्वाद भी नहीं चखा है। ऐसे में सरकार की ओर से प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को अब घर पर ही मिड-डे-मील (एमडीएम) की व्यवस्था कराने की कवायद हो रही है
जासं, चुनार (मीरजापुर) : बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में लॉकडाउन के बाद से ही मिड-डे-मील के चूल्हे ठंडे पड़े हैं। पिछले करीब तीन माह से बच्चे घरों में कैद हैं और उन्होंने एमडीएम का स्वाद भी नहीं चखा है। ऐसे में सरकार की ओर से प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को अब घर पर ही मिड-डे-मील (एमडीएम) की व्यवस्था कराने की कवायद हो रही है। इसके लिए बच्चों के अभिभावकों के खातों में कनवर्जन कास्ट भेजी जाएगी। विभागीय सूत्रों के अनुसार आगामी 30 जून तक सभी बच्चों के अभिभावकों की खाता संख्या दर्ज कर ली जाएगी। प्राथमिक विद्यालय चुनार पर प्रधानाध्यापक वंशीधर चतुर्वेदी व अन्य अध्यापक अभिभावकों का खाता विवरण तैयार करते दिखे। विकास खंड नरायनपुर के 157 प्राथमिक विद्यालयों के 14 हजार 241 व 41 उच्च प्राथमिक विद्यालयों के 3212 बच्चों के अभिभावकों के खातों में पैसा भेजा जाना है। कक्षा एक से पांच तक 4.48 रुपए तथा कक्षा छह से आठ तक के बच्चों को 6.71 रुपए के हिसाब से कनवर्जन कास्ट मिलेगी। रविवार और राजकीय अवकाश को छोड़कर कुल 76 दिनों के रुपए अभिभावकों के खाते में भेजे जाने हैं। एबीएसए पीएस राम ने बताया कि छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के खाते में भोजन का कनवर्जन कास्ट भेजे जाने का निर्देश शासन से मिला है। इसके लिए विद्यालयवार अभिभावकों के बैंक खातों का विवरण एकत्र कराया जा रहा है।